केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा बनाए गए तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ लखीमपुर खीरी जिले में किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। किसानों के विरोध प्रदर्शन लखीमपुर खीरी जिले में हिंसा फैल गई, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई है। जिनकी मौत हुई है उसमें चार किसान, तीन भाजपा नेता और एक पत्रकार भी शामिल है। वहीं, लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद इंटरनेट सेवा बांधित कर दी गई है। वहीं, लखीमपुर पहुंच रहे राजनीतिक पार्टियों के नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं, लखीमपुर खीरी की घटना के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव का आक्रमक रूप दिखाई दिया। अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोग भाजपा सरकार से निराश है। अखिलेश यादव ने लखीमपुर खीरी की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के वाहनों ने किसानों को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई। अगर वह (अजय मिश्रा टेनी) अब भी मंत्री हैं तो उनके घर में पुलिस कैसे घुसेगी?
अखिलेश यादव ने कहा कि केंद्रीय राज्य गृह मंत्री अजय मिश्रा को इस्तीफा दे देना चाहिए और आरोपियों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हालांकि, हमें विश्वास नहीं है कि भाजपा सरकार दोषियों को न्याय के कटघरे में खड़ा करेगी। अखिलेश यादव ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि आने वाले समय में इस सरकार को उखाड़ फेकें। जो लोग मौके पर थे सभी ने गृहराज्य मंत्री के बेटे पर उंगली उठाई है। जबतक वे गृहराज्य मंत्री हैं कैसे संभव है कि पुलिस उनके घर में घुस जाएगी इसलिए वे इस्तीफा दें।
अखिलेश यादव ने कहा, विपक्षी नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए यूपी सरकार ने मेरे घर के बाहर पुलिस और आरएएफ के जवान तैनात कर दिया। मैं जल्द ही शोक संतप्त परिवार से मिलूंगा। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि ये तीन कानून अगर लागू हो गए तो हो सकता है भविष्य में किसानों से खेत और जमीन भी छिन जाएं। ये कानून खत्म हों। लखीमपुर के घटना की जितनी निंदा की जाए कम है। अंग्रेजों ने भी इतना जुल्म और अन्याय नहीं किया होगा जितना भाजपा सरकार में किसानों पर अन्याय हो रहा है।
12 अक्टूबर से समाजवादी पार्टी ने विजय रथ यात्रा निकालने का निर्णय लिया है। इस यात्रा के तहत सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रदेश के हर जिले व तहसील का दौरा करेंगे और सपा के लिए माहौल बनाएंगे। वह जनता से परिवर्तन की अपील करेंगे और जनसमर्थन मांगेंगे। अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा, हमें रथ यात्रा निकालने का मौका मिला है और क्योंकि लोग बीजेपी से निराश हैं इसलिए इस बार ये समाजवादी पार्टी की ‘विजय यात्रा’ होगी।