Aasif Sheikh Struggle Story: 80’s के दशक में बॉलीवुड में एक नौजवान आया था जिसने टीवी से अपने करियर की शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया. शाहरुख खान, सलमान खान से भी पहले उनका करियर शुरू हुआ था और उन्होंने बतौर लीड एक्टर फिल्में कीं. लेकिन कुछ चीजें उनके साथ ऐसी हुईं कि उन्हें फिल्मों में कुछ सालों तक काम मिलना बंद हो गया लेकिन फिर उन्होंने विलेन के तौर पर शुरुआत की.
90’s की कई फिल्मों में बतौर विलेन के रूप में ये एक्टर नजर आया लेकिन बाद में फिल्मों से उनकी छुट्टी हो गई. इसके बाद उन्होंने फिर टीवी की दुनिया में शुरुआत की और आज घर-घर में विभूति नारायण मिश्रा के नाम से फेमस हैं. हम बात आशिफ शेख की कर रहे हैं और चलिए उनके बारे में कुछ अनसुने किस्से बताते हैं.
Aasif Sheikh Struggle Story: कौन हैं आशिफ शेख?
11 नवंबर 1964 को दिल्ली में आशिफ शेख का जन्म एक मुस्लिम परिवार में हुआ था. मिडिल क्लास फैमिली से ताल्लुक रखने वाले आशिफ का बचपन यूपी के बनारस में बीता.यहां उन्होंने स्कूलिंग की और फिर दिल्ली के खालसा कॉलेज से इंग्लिश लिट्रेचर से बैचलर की डिग्री हासिल की. (Aasif Sheikh Struggle Story) आशिफ शेख ने होटल मैनेजमेंट का कोर्स करने के लिए एडमिशन लिया लेकिन बीच में पढ़ाई छोड़कर थिएटर ज्वाइन कर लिया. साल 1989 में आशिफ शेख ने जेबा शेख से शादी कर ली जिनसे उन्हें एक बेटा और एक बेटी हैं.
आशिफ शेख का शुरुआती करियर
थिएटर करने के दौरान ही आशिफ शेख को पता चला कि पी कुमार वासुदेव अपने टीवी सीरियल ‘हम लोग’ के लिए कुछ कलाकार की तलाश कर रहे हैं. आशिफ ने अपने एक इंटरव्यू में बताया था कि वो वहां जब पहुंचे तो करीब 500-600 लोग पहले से मौजूद थे. उन्होंने सोचा यहां मेरा कुछ नहीं होगा और स्क्रीन टेस्ट भी अच्छा नहीं हुआ. लेकिन उनके पास कॉल आई और उन्हें एक रोल मिल गया.
इसके बाद उन्होंने बैक टू बैक 10 से 12 फिल्में साइन कीं. उसी दौर में सलमान खान की फिल्म बीवी हो तो ऐसी आई और उसमें उनके काम को नोटिस भी नहीं किया गया. बताया जाता है कि जिस समय सलमान के पास दो-तीन फिल्में ही थीं तब आशिफ के पास 9 फिल्में थीं. शाहरुख खान का भी उस समय टीवी पर ही मुकाम था जो भी था. आशिफ दिखने में भी अच्छे थे और एक्टिंग भी अच्छी करते थे लेकिन उन्हें नॉन फिल्मी बैकग्राउंड का दुख झेलना पड़ा था.
बाद में उन्हें कुछ साल तक फिल्में नहीं मिलीं लेकिन साल 1994 में फिल्म करण अर्जुन मिली लेकिन उसमें उनका विलेन के बेटे का रोल था. (Aasif Sheikh Struggle Story) आशिफ के पास काम नहीं था इसलिए उन्होंने उसे चैलेंज की तरह लिया और पूरा भी किया. (Aasif Sheikh Struggle Story) उनके किरदार को काफी पसंद भी किया गया था और इसके बाद आशिफ ने कुछ फिल्मों में बतौर विलेन काम किया.
आशिफ शेख ने क्यों किया फिल्मों से किनारा?
आशिफ शेख ने डेविड धवन के साथ कुछ फिल्में कीं. जिसमें ‘बनारसी बाबू’, ‘हसीना मान जाएगी’, ‘कुंवारा’ और ‘जोड़ी नंबर 1’ लेकिन प्रोबलम ये थी कि उनसे शूटिंग लंबे-लंबे सीन की कराई जाती थी और फिल्म में उनके काम को काफी कांट-छांट के दिखाई जाती थी. ये बात आशिफ शेख को बुरी लगी और उन्होंने मन बनाया कि वो फिल्मों में ऐसे बर्ताव के कारण अब काम नहीं करेंगे.
1999 में आशिफ शेख को ‘यश बॉस’ नाम का शो मिला. जिसमें वो पॉपुलर हुए और इसके बाद आशिफ किसी किसी टीवी सीरियल में नजर आने लगे. जिनमें ‘ये चंदा कानून है’, ‘मिली’, ‘दिल मिल गए’. साल 2015 में आसिफ शेख की किस्मत एक बार फिर खुली और उन्हें ‘भाबी जी घर पर हैं’ कॉमेडी सीरियल मिला.
वो सीरियल आज भी चल रहा है और आशिफ शेख घर-घर में विभूति नारायण मिश्रा के नाम से फेमस हो गए हैं. हालांकि, आशिफ बीच-बीच में कुछ-कुछ फिल्में कर लेते हैं. पिछले कुछ सालों में आशिफ की ‘जुड़वा 2’ और ‘भारत’ जैसी फिल्में आई हैं.