Agra News: आश्रम जगनेर में हुई एक दुखद घटना, आश्रम में रह रही दो सगी बहनें ने आत्महत्या की, जिसके पहले वे एक सुसाइड नोट में आश्रम के अंदर चल रही अनैतिक गतिविधियों और धन से जुड़ी घड़बड़ों का पर्दाफाश करती हैं। सुसाइड नोट ने रुपयों की हड़ताल से लेकर अन्य अनैतिक क्रियाओं तक का खुलासा किया है।
इस दुखद घटना के साथ ही, सुसाइड नोट ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बातचीत में शामिल करते हुए आश्रम से जुड़े आरोपितों को आशाराम बापू की तरह ही आजीवन कारावास में भेजने की मांग की है। पुलिस इस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जाँच कर रही है, जिसमें सुसाइड नोट में उल्लेखित व्यक्तियों से पूछताछ की जाएगी। जगनेर में रह रही एकता और शिखा ने अपनी आत्महत्या से पहले एक चार पृष्ठों के सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने अपनी साल तक की कठिनाईयों का विवेचन किया। शिखा ने एक पृष्ठ पर अपनी पूरी कहानी साझा की, जबकि एकता ने तीन पृष्ठों के सुसाइड नोट में अपने विवेचन को व्यक्त किया।
Agra News: सुसाइड नोट में लिखा…
सुसाइड नोट में लिखा है कि उनके पिता ने सात लाख रुपये प्लाट के लिए दिए थे। ये उन्होंने आश्रम से जुड़े व्यक्ति को दिए थे। इसके साथ ही 18 लाख रुपये गरीब माताओं के उसी व्यक्ति ने हड़प लिए। सेंटर के नाम पर 25 लाख रुपये हड़प लिए। इसके बाद ये लोग सेंटर बनवाने की अफवाह फैलाते हैं। यज्ञ में बैठने लायक भी ये लोग नहीं हैं। धन हड़पने और महिलाओं के साथ अनैतिक कार्य करने वाले लोग दबंगई दिखाते हैं और अपनी पहुंच का भय दिखाकर कहते हैं कि उनका कोई कुछ नहीं कर सकता है।
एकता ने लिखा है कि योगी जी इनको आसाराम बापू की तरह आजीवन कारावास होना चाहिए। इन लोगों ने हमारे साथ तो गलत नहीं किया, लेकिन बहुतों के साथ किया है। किसी से पैसे लाते हैं, उसी पर केस कर देते हैं। सुसाइड नोट में एकता ने यह भी लिखा कि यह लेटर मुन्नी बहन जी और मृत्युंजय भाई साहब के पास पहुंच जाए। पुलिस को आश्रम से सुसाइड नोट मिल गया है। इसमें लगाए गए आरोपों की पुलिस जांच कर रही है।