Bareilly News : बरेली के फरीदपुर थाने में भ्रष्टाचार का एक बेहद संगीन और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस महकमे में खलबली मचा दी है। फरीदपुर थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर रामसेवक पर रिश्वतखोरी के गंभीर आरोप लगे हैं, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, रामसेवक ने स्मैक तस्करों से रिश्वत के रूप में 9 लाख रुपये की मोटी रकम ली थी। इस रिश्वतखोरी की शिकायत के बाद उच्च अधिकारियों ने कार्रवाई की दिशा में कदम उठाते हुए थाना प्रभारी के खिलाफ जाँच शुरू की।
Bareilly News : सायरन की आवाज सुनकर दीवार फांदकर फरार इंस्पेक्टर
गुरुवार को एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर एसपी दक्षिण मानुष पारीक ने अपनी टीम के साथ फरीदपुर थाने पर अचानक छापा मारा। जैसे ही पुलिस की गाड़ी का सायरन बजा, थाने में हड़कंप मच गया। इंस्पेक्टर रामसेवक, जो पहले से ही सतर्क था, सायरन की आवाज सुनते ही घबराया और बिना वक्त गंवाए थाने की दीवार फांदकर फरार हो गया। एसपी के गनर और अन्य पुलिसकर्मियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वह उनकी गिरफ्त से बच निकला।
Bareilly News : बिस्तर पर मिला 9 लाख कैश
थाने में मौजूद पुलिसकर्मी भी इस घटना से हतप्रभ रह गए, और उनके सामने ही थानेदार का भागना उनकी ईमानदारी पर सवाल खड़े कर गया। इंस्पेक्टर रामसेवक के इस तरह से भागने के बाद एसपी मानुष पारीक की टीम ने थाने के आवासीय परिसर की गहन तलाशी ली। इस तलाशी के दौरान इंस्पेक्टर के बेड के नीचे से 9 लाख रुपये नगद बरामद हुए। इस पैसे को देखकर अधिकारी भी हैरान रह गए, और उन्होंने तुरंत इस मामले की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए।
सूत्रों के मुताबिक, फरीदपुर थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर रामसेवक पर पहले से ही रिश्वतखोरी की कई शिकायतें थीं, जिनकी जांच जारी थी। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर रामसेवक ने नवदिया इलाके के तीन कुख्यात स्मैक तस्करों, आलम, मोहम्मद इस्लाम और नियाज अहमद को पकड़ा था। इन तस्करों को छोड़ने के एवज में उसने 9 लाख रुपये की रिश्वत ली थी। इस सूचना के मिलते ही एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी दक्षिण मानुष पारीक को फरीदपुर थाने पर छापा मारने का निर्देश दिया।
इस छापे के बाद से पुलिस विभाग में भूचाल आ गया है। इंस्पेक्टर रामसेवक के फरार होने के बाद से उसकी तलाश तेज कर दी गई है। एसपी मानुष पारीक ने बताया कि इंस्पेक्टर रामसेवक के खिलाफ उसी थाने में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए कई टीमें गठित की गई हैं। फरार इंस्पेक्टर की तलाश में पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है और उसकी सभी संभावित ठिकानों पर नज़र रखी जा रही है।
इस घटना ने पूरे पुलिस विभाग को शर्मसार कर दिया है, और भ्रष्टाचार के इस मामले ने साफ कर दिया है कि पुलिस विभाग के भीतर भी कुछ ऐसे अधिकारी हैं जो कानून का दुरुपयोग कर रहे हैं। इस घटना के बाद से जिले में कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल उठ खड़े हुए हैं, और लोगों में पुलिस प्रशासन के प्रति विश्वास को भी गहरा धक्का लगा है।
उच्च अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी भी कीमत पर कानून का पालन सुनिश्चित किया जाएगा। फिलहाल, फरार इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी और इस मामले में आगे की जांच का इंतजार किया जा रहा है, जिससे यह साफ हो सके कि इस भ्रष्टाचार के खेल में और कौन-कौन शामिल है।