Crime News: हरियाणा के जींद जिले के एक सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल को 50 से अधिक छात्राओं द्वारा यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद गिरफ्तार किया गया है। प्रिंसिपल पर लड़कियों को अपने कार्यालय में बुलाकर और उनके साथ शारीरिक संबंध बनाने का प्रयास करने का आरोप है। यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद प्रिंसिपल को एक सप्ताह पहले निलंबित कर दिया गया था। गुरुवार को, छात्राओं ने पंचकूला में हरियाणा राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया के सामने अपने बयान दर्ज करवाए थे। आयोग ने शिकायतों के प्रति उदासीन रवैये के लिए पुलिस की खिंचाई की, हालांकि आरोपी प्रिंसिपल को पुलिस ने रिगफ्तार कर लिया है।
जींद के एक सरकारी स्कूल के प्रधानाचार्य को एसआईटी ने लड़कियों के यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। प्रिंसिपल पर 60 छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए थे। 50 छात्राओं ने हरियाणा राज्य महिला आयोग को पत्र लिखकर प्रिंसिपल की शिकायत की थी। इसके अलावा 10 अन्य छात्राओं ने कहा था कि उन्हें इस बात की जानकारी है। इसके बाद प्रिंसिपल के खिलाफ पॉक्सो ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया और अब गिरफ्तारी हो गई है। डीएसपी अमित भाटिया ने कहा कि केस दर्ज होने के बाद प्रिंसिपल फरार हो गया था। उन्होंने कहा, उसके ठिकानों पर छापा डाला जा रहा था। उसे जिले के बाहर से गिरफ्तार किया गया है। हमारे पास आरोपी प्रधानाचार्य के खिलाफ पर्याप्त सबूत और गवाह हैं। डीएसपी ने कहा कि प्रिंसिपल को कोर्ट में पेश किया जाएगा और रिमांड मांगी जाएगी।
Crime News: एचएससीडब्लू की चेयरमैन रेनू भाटिया ने कहा
एचएससीडब्लू की चेयरमैन रेनू भाटिया ने कहा, हमारे पास 60 लड़िकियों की लिखित शिकायत आई थी। 50 छात्राओं ने कहा का उनका शारीरिक शोषण करने का प्रयास किया गया है। इसके अलावा 10 ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी थी कि प्रिंसिपल छात्राओं के साथ गलत हरकत करता था। शिकायत करने वाली सभी लड़कियां नाबालिग हैं। भाटिया ने कहा कि प्रिंसिपल छात्राओं को अपने ऑफिस में बुलाता था और फिर यौन शोषण करता था। इसके अलावा प्रिंसिपल ने कई लड़कियों को वॉट्सऐप मेसेज भी भेजे थे। उसके पास कम से कम तीन मोबाइल फोन थे। एकाध के बारे में उसके परिवार को भी पता नहीं था।
मामले के संबंध में छात्राओं ने गुरुवार को पंचकूला में महिला आयोग की अध्यक्ष रेनू भाटिया के सामने अपने बयान दर्ज करवाए थे। इसके बाद आयोग ने पुलिस को निर्देश दिया था कि 24 घंटे के भीतर प्रधानाचार्य को गिरफ्तार किया जाए।