Delhi : आप मंत्री सौरभ भारद्वाज ने क्यों पकड़ लिए बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता के पैर, जानें क्या है मामला ?

Delhi : दिल्ली में बस मार्शलों की बहाली के मुद्दे पर सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच राजनीति देखने को मिल रही है। इस मुद्दे को लेकर आप और बीजेपी विधायकों को एलजी से मिलने पहुंचे। दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली में पूर्व बस मार्शलों की बहाली पर अपनी बात से पलटने को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा। इस दौरान सौरभ भारद्वाज की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इस तस्वीर में सौरभ बीजेपी विधायक विजेंद्र गुप्ता के पैर पकड़े नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को लेकर आम आदमी पार्टी ने एक ट्वीट भी किया है।

Delhi : बस मार्शलों के लिए पकड़े पैर

आम आदमी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि वो बस मार्शलों की बहाली के लिए किसी भी हद तक जाएगी। ट्वीट में आगे लिखा कि बस मार्शलों की बहाली के लिए जब एलजी आवास जानें से बीजेपी के विधायक बचकर भाग रहे थे तो मंत्री सौरभ भारद्वाज ने उनके पैर पकड़ लिए। आम आदमी पार्टी ने लिखा कि कठिन संघर्ष के बाद आखिर बीजेपी के विधायकों को एलजी हाउस ले जाया जा सका। इससे पहले उन्होंने कहा कि बड़ी मुश्किल से विजेंद्र गुप्ता हमारे साथ आए हैं।

विजेंद्र गुप्ता ने सीएम से मिलने का समय मांगा। उन्होंने कहा कि आप (दिल्ली सरकार) कैबिनेट से प्रस्ताव पास कर दीजिए, हम बाकी काम एलजी के जरिए करवा लेंगे। हमने प्रस्ताव पास किया, कैबिनेट ने 26 सितंबर को दिल्ली विधानसभा द्वारा बस मार्शल की बहाली के बारे में पारित प्रस्ताव का समर्थन किया और हमने एलजी से इसकी सिफारिश की।

Delhi : बीजेपी विधायकों पर राजनीति का आरोप

इस मामले में दिल्ली की सीएम आतिशी ने कहा कि बीजेपी विधायकों ने कल मुझसे मिलने का समय मांगा था। हमने उनसे मुलाकात की और उन्हें इस मुद्दे (बस मार्शलों) के बारे में समझाया कि यह एलजी के अधीन आने वाले सेवा मामलों के अंतर्गत आता है। सीएम आतिशी ने कहा कि आज, बीजेपी की पोल खुल गई क्योंकि हमारी पूरी कैबिनेट वहां थी। हमने यह स्पष्ट कर दिया कि उन निर्णयों को हमें लेने की जरूरत है, हम इसे लेंगे और बीजेपी को एलजी से उन मामलों पर निर्णय लेने के लिए कहना चाहिए जो उनके अधीन आते हैं – बीजेपी इसके लिए तैयार नहीं है। वे इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं।

Delhi : तैयार नहीं थे बीजेपी विधायक, CM आतिशी

सीएम ने कहा कि हमने एक आपातकालीन कैबिनेट बैठक बुलाई और बस मार्शल को नियमित करने के लिए दिल्ली विधानसभा द्वारा पारित प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए गए। यहां आने के बाद भी, बीजेपी विधायक एलजी से उस कैबिनेट नोट को पारित करने के लिए कहने के लिए तैयार नहीं थे। यह बस मार्शल के साथ विश्वासघात है। कैबिनेट द्वारा जो काम किए जाने थे बस मार्शल और नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों को नियमित करना, वे किए जा चुके हैं। अब, बीजेपी को उन्हें रेगुलर करना है और उन्हें ज्वाइनिंग लेटर अलॉट करना है।

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