Deoria Murder Case: समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने सोमवार को देवरिया नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात के लिए देवरिया यात्रा की। हालांकि, इससे पहले मृतक सत्य प्रकाश दुबे के बेटे देवेश ने अखिलेश यादव से मिलने से इंकार करते हुए बड़ा बयान दिया है। देवेश ने कहा कि वह अखिलेश यादव से नहीं मिलना चाहते हैं और उन्हें अपने जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए खतरा महसूस होता है।
देवेश ने बताया कि साल 2014 में समाजवादी पार्टी की सरकार में उनके मंदबुद्धि चाचा प्रेमचंद यादव ने बहला फुसलाकर कर जबरदस्ती जमीन का बैनामा करवाया था, जिसके लिए उनके पिता सत्य प्रकाश दुबे ने सरकार से गुहार लगाई थी, लेकिन उस वक्त कोई सुनवाई नहीं हुई। इस आरोप के साथ वह अखिलेश यादव से मिलने की प्रक्रिया का खिलाफ हैं।
Deoria Murder Case: अपनी जान और माल की सुरक्षा के लिए खतरा बताया
देवेश ने आगे कहा, “हम अखिलेश यादव से मिलने नहीं जाएंगे और अपने गांव फतेहपुर के लेहड़ा टोला में भी नहीं जाएंगे। इसके बाद भले ही जो हो।” उन्होंने अपनी जान और माल की सुरक्षा के लिए खतरा बताया और इस खतरे के बारे में जिलाधिकारी देवरिया को भी एक पत्र लिखा है। इस बयान के बाद लोग आश्वासन दे रहे हैं कि वे सुरक्षित हैं और उन्हें किसी भी प्रकार का खतरा नहीं है। देवेश ने आगे कहा- सपा सरकार में बंदूक की नोक पर हमारा घर बनवाने नहीं दिया गया. कहा गया था कि जब तक बंटवारा नही होगा घर नहीं बनेगा. हमारा खेत कब्जा करवाया गया हथियार के दम पर. स्कूल की जमीन में, वन की जमीन में, महल बनवा लिया. इसीलिए हम उनसे (akhilesh yadav) मिलना नहीं चाहते. जान-माल का खतरा है.
देवरिया हत्याकांड में अब तक 8 लोगों की मौत हो चुकी है और अन्य कई घायल हैं। इस वारदात के बाद राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में हलचल मची है और लोग मामले की गहन जांच की मांग कर रहे हैं। इस घटना के परिणामस्वरूप कई लोग गिरफ्तार हो चुके हैं और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी घटना के खिलाफ न्यायिक जांच की मांग की है। इस दुर्घटना में संज्ञान लेते हुए समाज में आराम और सुरक्षा के लिए कठिन प्रक्रियाओं की मांग की जा रही है।