Jharkhand
पलामू जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मुरमा मलय डैम के समीप रहने वाले जितेंद्र भुईयां के 2 वर्षीय पुत्र कार्तिक की पिपराकला मंगरबांध में अपनी निजी क्लीनिक संचालित कर रहे झोलाछाप डॉक्टर की इंजेक्शन लगाने से हुई मौत। बता दें की जितेंद्र भुईयां के दो वर्षीय पुत्र कार्तिक को चेचक हुई थी। (Jharkhand) वे चेचक से पूरी तरह रिकवर हो चुके थे इसके बाद झोलाछाप डॉक्टर नागेंद्र कुशवाहा ने खुजली न होने को बताकर इंजेक्शन लगाया।इंजेक्शन लगते ही बच्चे ने ली अंतिम सांस बच्चे की हालत बिगड़ते देख नागेंद्र कुशवाहा हुए फरार। सूत्रों की मिली जानकारी के अनुसार झोलाछाप डॉक्टर नागेंद्र कुशवाहा के पास ना ही किसी प्रकार की कोई डिग्री है ना ही अनुभव जिसे बीते दिनों कई मासूम बच्चे की जान इन्होंने लिया है।