Kisan Andolan : शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस में संग्राम, पुलिस ने छोड़े आंसू गैस के गोले

Kisan Andolan : शंभू बॉर्डर पर किसानों और पुलिस के बीच तनावपूर्ण स्थिति उस वक्त पैदा हो गई जब किसानों ने बैरिकेडिंग तोड़कर दिल्ली में घुसने की कोशिश की। पुलिस ने स्थिति पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और केमिकल स्प्रे का भी इस्तेमाल किया। किसानों द्वारा बैरिकेड्स को तोड़ने और कंटीले तारों को उखाड़ने की कोशिश करने के बाद पुलिस को यह सख्त कदम उठाना पड़ा।

हजारों की संख्या में किसान शंभू बॉर्डर पर जमा हुए हैं और दिल्ली की ओर मार्च करने की तैयारी कर रहे हैं। किसानों का उद्देश्य अपनी मांगों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर दबाव बनाना है। उनका कहना है कि 101 किसानों का जत्था पैदल दिल्ली की ओर बढ़ेगा और वे सरकार से अपनी मांगों का समाधान चाहते हैं।

Kisan Andolan : सरकार बोली, ‘बातचीत के सारे दरवाजे खुले’

कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री भागीरथ चौधरी ने किसानों के दिल्ली मार्च पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि किसानों के लिए बातचीत के सारे दरवाजे खुले हैं। उन्होंने कहा, “मैं उनका भाई हूं, अगर वे दिल्ली आना चाहते हैं तो दरवाजे खुले हैं, और यदि वे चाहते हैं कि हम उनके पास जाएं तो हम उनके पास जाकर बातचीत करेंगे।”

Kisan Andolan : पुलिस के सख्त इंतजाम

किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने शंभू बॉर्डर पर सख्त सुरक्षा इंतजाम किए हैं। सात स्तरीय बैरिकेडिंग की गई है, जिसमें सीमेंट की दीवारों के साथ लोहे की कीलें और कंटीली तार लगाई गई हैं। इसके अलावा पुलिस ने वाटर कैनन वैन और आंसू गैस के गोले फेंकने वाले ड्रोन का भी इस्तेमाल किया है, ताकि किसी भी स्थिति में किसानों को दिल्ली में प्रवेश करने से रोका जा सके।

दातासिंहवाला बॉर्डर पर भी नाकाबंदी की गई है, और इन दोनों सीमाओं से आम लोग नहीं आ-जा सकेंगे। पंजाब जाने के लिए अब सिर्फ ट्रेन के रास्ते ही आवागमन हो सकेगा। इसके अलावा पंजाब से सटे हरियाणा के कैथल, कुरुक्षेत्र, सिरसा और फतेहाबाद की सीमाओं पर भी पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गई है। सिरसा और जींद में धारा 163 लागू कर दी गई है, जबकि अंबाला में एक दिन पहले ही यह धारा लागू की गई थी। पुलिस की सख्त चौकसी के बावजूद अभी इन इलाकों से लोगों का आवागमन जारी है।

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