Lakhimpur: लखीमपुर खीरी विकासखंड कुंभी गोला की ग्राम पंचायत सैदपुर एक गौशाला चल रहा है गौशाला का नाम बाबा टेढे नाथ आस्थायी गौ आश्रय स्थल। जो की बाबा टेढे नाथ के रास्ते पर पड़ता है इस गौशाला की स्थिति इतनी खराब है इन तस्वीरों में खुद देखिए गौशाला के अंदर इतनी गंदगी है साफ सफाई का कोई नाम निशान नहीं है गौशाला के अंदर गाय मरी पड़ी है उसको कोई उठाने वाला नहीं है गौशाला में सुखे धन का पयरा लगा हुआ है उसी को जानवरों को दिया जाता है भूखे जानवर सूखा चारा यह है (Lakhimpur) ग्राम प्रधान की गौशाल की जिम्मेदारी ग्राम विकास अधिकारी प्रधान की जिम्मेदारी होती है की गौशाला में हरे चारे की व्यवस्था नहीं है बीमार गायों का इलाज तथा जानवर मारने पर इसकी सूचना उच्च अधिकारियों तक पहुंचाएं तथा उसे गाय को जमीन के अंदर मिट्टी देकर उसे पर मिट्टी डालकर अंतिम संस्कार किया जाए.
Lakhimpur: ग्राम प्रधान और विकास अधिकारी की जिम्मेदारी
लेकिन यहां पर तो यह स्थित है गाय मरी पड़ी है जिसको ना तो कोई अंतिम संस्कार करने वाला है ना ही इसको कोई यहां से दूसरी जगह ले जाने वाला है यहां के प्रधान प्रतिनिधि गौशाला पर आकर के हमारी टीम को तथा जिला महिला क्राइम रिपोर्टर से आशब्द भाषा का प्रयोग किया तथा जान से मारने की धमकी दी बोल दोबारा (Lakhimpur) इस इधर कहीं नजर आ गए तो पता नहीं चलेगा किस जगह से आए थे तथा वहां के कर्मचारी इस प्रकार बत्तमीजी से बात करते हैं लगता है कि वह किसी की इमेज को कुछ समझते ही नहीं उनके लिए सभी एक समान है एक तरफ हमारे मुख्यमंत्री का कहना है पत्रकारों से बत्तमीजी करने पर उचित कार्रवाई होगी दूसरी तरफ इस प्रधान प्रतिनिधिने ने एक महिला जिला क्राइम रिपोर्टर से आशब्द भाषाओं का प्रयोग किया है.
इसके ऊपर सुप्रीम कोर्ट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार इसके ऊपर पत्रकार से बत्तमीजी करने का मुकदमा पंजीकृत किया जबकि सुप्रीम कोर्ट के अनुसार प्रेस काउंसलिंग ऑफ इंडिया एक्ट1978 के तहत मिला हुआ है जिसमें 15 /2/क्षेत्र में साफ लिखा है पत्रकार से बत्तमीजी वी खबर ना कवरेज करने देने पर यह मुकदमा पंजीकृत किया जाए दूसरी तरफ कुछ दबंग प्रधान प्रतिनिधि इस प्रकार पत्रकारों से बत्तमीजी करते हैं खबर कवरेज करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं (Lakhimpur) पत्रकार या दुख दर्द माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन को एक ज्ञापन देकर अपनी बत्तमीजी करने वाले के ऊपर उचित कार्रवाई करने का अधिकार मांग रहे हैं.