MP Election: मध्यप्रदेश के सतना जिले में एक सरकारी स्कूल के टीचर को चुनाव ड्यूटी के लिए प्रशिक्षण में न आने पर निलंबित कर दिया गया है। टीचर ने प्रशिक्षण में न आने का कारण बताते हुए एक ऐसा जवाब दिया है, जिसकी सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है।
टीचर अखिलेश कुमार तिवारी को 16 अक्टूबर को रामपुर बघेलान में प्रशिक्षण के लिए उपस्थित होना था। उनकी ड्यूटी मतदान अधिकारी 1 के रूप में लगाई गई थी। लेकिन वे प्रशिक्षण लेने के लिए नहीं पहुंचे। इस घोर लापरवाही के लिए उन्हें कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी सतना द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इस नोटिस का जवाब उन्होंने ऐसा दिया कि हर कोई टीचर की निंदा कर रहा है। उन्होंने लिखा कि उनकी पूरी उम्र बिना बीवी के बीत रही है। पहले उनकी शादी करवाई जाए, दहेज 35 लाख रुपए लिया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने रीवा में सिंगरोली टावर या समदडिया में एक फ्लैट लोन कराने की भी मांग की।
MP Election: बैक बोन भी काम नहीं करती
टीचर ने लिखा कि नौकरी लगने के बाद उनका हाथ तोड़ दिया गया है। बैक बोन भी काम नहीं करती है। स्कूल में बच्चों की अंकसूची में कक्षा अध्यापक की जगह भी दूसरे शिक्षक से हस्ताक्षर करवा लिए जाते हैं। संविलियन के बाद भी एरियर का भुगतान नहीं हुआ है। उनका सारा भौतिक सुख का सामान एक रिटायर इंजीनियर ने जब्त कर लिया है।
टीचर के इस जवाब पर कलेक्टर ने कहा कि यह घोर लापरवाही है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से टीचर को निलंबित कर दिया है। टीचर के जवाब पर सोशल मीडिया पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। कुछ लोग टीचर की लापरवाही पर नाराजगी जता रहे हैं, तो कुछ लोग उनके जवाब को मजेदार बता रहे हैं।