Periods Facts: पीरियड्स यानी मासिक धर्म महिलाओं के शरीर में होने वाला एक नेचुरल प्रोसेस है। यह यौवन (puberty) के दौरान शुरू होते हैं, जो लड़कियों में आमतौर पर 10 से 14 साल की उम्र के बीच होता है। हालांकि हर लड़कियों के लिए यह उम्र अलग-अलग हो सकती है। (Periods Facts) पीरियड ये बताया है कि लड़की का शरीर अब गर्भधारण यानी प्रेग्नेंसी के लिए तैयार हो चुका है। इसे महिलाओं की ओवरऑल हेल्थ का मंथली रिपोर्ट कार्ड भी माना जाता है। क्योंकि पीरियड्स कैसे हो रहे हैं, कैसे नहीं, ये इस बात पर भी निर्भर करता है कि आपकी सेहत कैसी है।

अगर आपमें हार्मोनल असंतुलन हुआ है या खून की कमी है या फिर बहुत ज्यादा स्ट्रेस है तो इसका प्रभाव मासिक धर्म पर भी पड़ता है। इससे मासिक धर्म में देरी, पीरियड्स अच्छे से न आने की समस्याएं हो सकती हैं। बता दें पीरियड के ब्लड का कलर भी आपकी सेहत के बारे में बहुत कुछ कहता है। (Periods Facts) आइए जानते हैं किस कलर का ब्लड किस स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जुड़ा हो सकता है।

Periods Facts: पीरियड ब्लड के कलर से क्या पता चलता है?
जानी मानी न्यूट्रिशनिस्ट श्वेता शाह, जो कि एक सोशल मीडिया पर्सनैलिटी भी हैं, अक्सर अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर हेल्थ से रिलेटेड इश्यू पर वीडियो बनाकर लोगों को जागरुक करने का काम करती हैंं। हाल ही में उन्होंनेे अपनी एक पोस्ट के जरिए बताया है कि मासिक धर्म (Periods) के दौरान योनि से निकलने वाले रक्त का कलर किन समस्याओं की ओर इशारा करता है। आइए जानते हैं-
ऑरेंज ब्लड (Orange Blood)
अगर आपके पीरियड ब्लड का कलर ऑरेंज होता है तो यह बैक्टीरिल इंफेक्शन (Bacterial Infection) का संकेत हो सकता है। (Periods Facts) न्यूट्रिशनिस्ट ने बताया कि अगर यह असामान्य ग्रीवा बलगम (Abnormal Cervical Mucus) के साथ मिल जाए तो जीवाणु संक्रमण का संकेत हो सकता है।

डार्क रेड (Dark Red)
अगर पीरियड ब्लड का कलर डार्क रेड होता है तो यह पुराना रक्त; यदि यह चक्र के मध्य में है, तो यह PCOS या प्रारंभिक गर्भावस्था (Early Pregnancy) का संकेत हो सकता है।
ब्राइट रेड (Bright Red)
पीरियड ब्लड का कलर ब्राइट रेड होने का मतलब, ताजा, अच्छी तरह से ऑक्सीजन युक्त रक्त और संतुलित हार्मोन के साथ एक स्वस्थ मासिक धर्म होता है।
पिंक ब्लड (Pink Blood)
क्या आपके ब्लड का कलर पिंक दिखाई देता है तो ये इसलिए हो सकता है क्योंकि एस्ट्रोजन के लो लेवल (Low Estrogen Levels) के कारण गर्भाशय की परत पतली हो जाती है और प्रवाह हल्का हो जाता है।
ब्लैक पीरियड ब्लड (Black Blood)
मासिक धर्म का रक्त काला होना, धीमी गति से बहाव या कम प्रोजेस्टेरोन स्तर के कारण पुराना, ऑक्सीकृत रक्त का संकेत हो सकता है।
ग्रीन ब्लड (Green Blood)
पीरियड के दौरान अगर हरे रंग का खून आए तो सतर्क हो जाइए, क्योंकि यह बैक्टीरियल वेजिनोसिस (Bacterial Vaginosis) या एसटीआई (STI) जैसे संक्रमण का संकेत हो सकता है।