Prayagraj Maha Kumbh: प्रयागराज महाकुंभ का 36वां दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के नाम रहा. अब तक 53 करोड़ श्रद्धालु संगम में पुण्य की डुबकी लगा चुके हैं. रविवार (16 फरवरी) को अचानक भीड़ बढ़ने से प्रयागराज-रीवा हाईवे पर 15 किलोमीटर लंबा जाम लग गया. इसकी वजह से लखनऊ, कानपुर, जौनपुर से आने वाले रास्तों पर भी वाहनों की लंबी कतारें दिखने को मिली.
श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने के कारण रेलवे ने संगम स्टेशन को 28 फरवरी तक के लिए बंद कर दिया है. (Prayagraj Maha Kumbh) पहले इसे 14 फरवरी तक बंद किया गया था, फिर 16 फरवरी तक बढ़ाया गया और अब 28 फरवरी तक इसे बंद रखने का फैसला लिया गया है. अन्य सात रेलवे स्टेशनों पर जबरदस्त भीड़ है, जिसके चलते प्रशासन को मेले में अनाउंस करना पड़ा कि लोग कुछ देर के लिए स्टेशन न आएं.
Prayagraj Maha Kumbh: एयरपोर्ट पर भारी भीड़
गंगा, यमुनी और जमुना के त्रिवेणी पर पवित्र स्नान के लोगों में होड़ लगी हुई है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ना सिर्फ सड़क और रेल मार्ग से बल्कि फ्लाइट से भी बड़ी संख्या में यहां श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. (Prayagraj Maha Kumbh) एयरपोर्ट पर भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई. (Prayagraj Maha Kumbh) यात्री जमीन पर बैठे और लेटे नजर आए. ट्रेनों और फ्लाइट्स में सीट मिलना मुश्किल हो गया है.

प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मेले में वाहनों की एंट्री पूरी तरह से बंद कर दी है. बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के वाहन संगम से 10 से 12 किलोमीटर पहले बनाई गई पार्किंग में रोके जा रहे हैं. पार्किंग से संगम तक शटल बसों की व्यवस्था की गई है, लेकिन भारी भीड़ और जाम के कारण बसें रेंग रही हैं. (Prayagraj Maha Kumbh) ऐसे में श्रद्धालुओं को 10 से 15 किलोमीटर तक पैदल चलकर संगम पहुंचना पड़ रहा है.
स्कूलों में बढ़ाई गई छुट्टी
प्रयागराज में लगातार बढ़ रही भीड़ और ट्रैफिक जाम को देखते हुए जिलाधिकारी ने 8वीं तक के स्कूलों में छुट्टी 20 फरवरी तक बढ़ा दी है. पहले स्कूलों को सिर्फ 16 फरवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए गए थे, लेकिन अब स्कूल अगले चार दिन यानी 20 फरवरी तक बंद रहेंगे. बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि इस दौरान ऑनलाइन कक्षाएं चलाई जाएंगी.

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए प्रशासन ने सभी तरह के पास रद्द कर दिए हैं, यहां तक कि VVIP पास भी अब मान्य नहीं हैं. शासन प्रशासन महाकुंभ शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रहा है. इसलिए महाकुंभ में तैनात अफसरों की ड्यूटी 27 फरवरी तक बढ़ा दी गई है, ताकि सुरक्षा और व्यवस्था बनी रहे.
श्रद्धालुओं से की गई खास अपील
महाकुंभ हिंदू धर्म का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है, जिसमें देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु संगम में आस्था की डुबकी लगाने आते हैं. साल 2019 के अर्धकुंभ में करीब 24 करोड़ श्रद्धालु आए थे, जबकि इस बार यह संख्या 53 करोड़ तक पहुंच चुकी है. प्रशासन लगातार व्यवस्था संभालने में जुटा है, लेकिन भीड़ का दबाव हर दिन बढ़ता जा रहा है. श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे धैर्य बनाए रखें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और भीड़ में सतर्क रहें.