Prayagraj News:उत्तर प्रदेश में विदेशी फंडिंग से संचालित अवैध मदरसों की जांच के लिए योगी सरकार ने एसआईटी टीम का गठन किया है। इस टीम ने प्रयागराज में 269 मदरसों का सर्वे किया था, जिसमें से 78 मदरसे अवैध रूप से संचालित पाए गए हैं। इन मदरसों पर SIT की जांच शुरू हो गई है।सभी मदरसों को नोटिस देकर फारेन करेंसी अकाउंट के माध्यम से हो रहे लेनदेन की जानकारी मांगी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक SIT टीम अवैध मदरसों में हो रही फंडिंग की बारीकी से जांच करेगी। सभी मदरसों को नोटिस देकर फारेन करेंसी अकाउंट के माध्यम से हो रहे लेनदेन की जानकारी मांगी जाएगी। फिर इसके बाद उन मदरसों को सूचीबद्ध किया जाएगा, जिन्हें विदेशों से रकम भेजी जा रही है। ये रकम कहां-कहां भेजी गई इस बात की भी जांच होगी।
Prayagraj News: SIT टीम बारीकी से करेगी जांच
बता दें कि कुछ समय पहले प्रयागराज में फर्जी दस्तावेजों के सहारे दो मदरसों के संचालन का मामला सामने आया था। दोनों मदरसों पर आरोप लगा था कि दोनों मदरसे अनुदान के नाम पर गड़बड़ी कर रहे थे। उपयुक्त दोनों मदरसों की मान्यता रद्द की जा चुकी है। Prayagraj News: जानकारी के मुताबिक दोनों मदरसों को कई संस्थाओं से लाखों रुपये की फंडिंग हुई थी। साथ ही आरोप है कि दोनों मदरसे अनुदान के नाम पर सरकार को हर महीने लाखों रुपये का चूना लगा रहे थे और इनमें संचालकों के रिश्तेदार और परिवार के लोग ही शिक्षक और कर्मचारी हैं|
4000 हजार मदरसों की चांज
दरअसल, योगी सरकार ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में चल रहे करीब 4000 हजार मदरसों की चांज एसआईटी से कराने की फैसला किया है। ये एटीएस एडीजी मोहित अग्रवाल की अध्यक्षता में गठित की गई एसआईटी टीम करेगी। प्रदेश में अवैध रूप से चल रहे मदरसों को विदेशी फंडिंग होने की पहले भी आशंका जताई जा चुकी है। पिछले साल हुई जांच में यह बात सामने आई थी, जिसकी रिपोर्ट शासन को भेजी थी। यह कार्रवाई योगी सरकार की सख्ती को दर्शाती है। सरकार अवैध मदरसों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।