Punjab News : पंजाब में पंचायत चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। हालांकि भाजपा हाईकमान की ओर से अभी तक जाखड़ का इस्तीफा मंजूर नहीं किया गया है। हाल के दिनों में जाखड़ सियासी रूप से कम सक्रिय दिखे हैं और उन्होंने भाजपा की जरूरी बैठकों से भी दूरी बना रखी थी।
अपने इस्तीफे को लेकर जाखड़ ने चुप्पी साध रखी है। जाखड़ को पिछले साल जुलाई महीने में पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। जानकार सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव हारने के बाद बावजूद रवनीत सिंह बिट्टू को केंद्र में मंत्री बनाए जाने से जाखड़ नाराज चल रहे थे।
Punjab News : जानिए क्यों थे नाराज ?
माना जा रहा है कि रवनीत बिट्टू को केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने पर सुनील नाराज थे। बता दें कि रवनीत लोकसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद भी उन्हें मंत्री बनाया गया। इसके चलते सुनील जाखड़ ने नाराजगी जताई थी। सुनील इससे पहले कांग्रेस पार्टी में थे। लोकसभा चुनाव में भाजपा ने बड़ा बदलाव करते हुए पंजाब की कमान सुनील जाखड़ को सौंपी थी। सुनील जाखड़ 2022 में भापजा में शामिल हुए थे। उन्हें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सदस्यता दिलाई थी। उनके इस्तीफे के बाद अभी तक पार्टी ने इस्तीफा मंजूर नहीं किया है।
Punjab News : कांग्रेस के कद्दावर नेता
सुनील जाखड़ कांग्रेस पार्टी के कद्दावार नेता थे। वह कांग्रेस पार्टी से कई बार निर्वाचित भी हो चुके हैं। 2022 विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने के बाद उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया था। 2024 में पार्टी ने उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बना दिया।
अब 14 महीने बाद उन्होंने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि सुनील जाखड़ दो बार के विधायक हैं। साथ ही एक बार सांसद रह चुके हैं। वह गुरदासपुर से सांसद थे। भाजपा में शामलि होने से पहले सुनील 2021 तक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष थे। पंजाब से सटे हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। सुनील जाखड़ के इस्तीफे से भाजपा को नुकसान हो सकता है।