Suryakumar Yadav: भारतीय टीम के मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव (Suryakumar Yadav) की नजरें टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने पर हैं। 33 साल के सूर्यकुमार लगभग एकसाल के बाद प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वापसी करने को तैयार हैं। वह बुची बाबू इंटविटेशनल टूर्नामेंट में खेलेंगे। इसके बाद वह दलीप ट्रॉफी में भी शिरकत करते हुए नजर आएंगे। इस बीच उन्होंने फिर से टेस्ट टीम में वापसी करने की अपनी इच्छा जाहिर की है।
Suryakumar Yadav: ने टेस्ट टीम में वापसी करने की अपनी ईच्छा की जाहिर
दरअसल, सूर्यकुमार यादव को टेस्ट क्रिकेट में वापसी का एक और मौका मिला है। (Suryakumar Yadav) फरवरी 2023 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नागपुर में खेले गए टेस्ट के बाद से वह इस फॉर्मेट में नहीं खेले हैं, जो कि उनका टेस्ट क्रिकेट में पहला मैच था।
पिछले साल वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल और वेस्टइंडीज दौरे के लिए उन्हें टीम में शामिल नहीं किया गया था, लेकिन नागपुर टेस्ट के 19 महीने बाद अब फिर से वह टेस्ट क्रिकेट में वापसी करना चाहते हैं।
भारतीय टीम इस साल कुल 10 टेस्ट मैच खेलने वाली हैं, जिसमें अगले महीने बांग्लादेश के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज, अक्टूबर में न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैच और दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी।
इन टेस्ट मैचों से पहले, सेलेक्टर्स ने दलीप ट्रॉफी के लिए सभी संभावित भारतीय खिलाड़ियों और कुछ उभरते हुए सितारों को शामिल किया है, जो कि अजित अगरकर की अगुवाई वाली समिति के लिए हर टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम का चयन करने में अहम भूमिका निभाएंगे।
घरेलू टूर्नामेंट में अच्छा परफॉर्म कर टेस्ट टीम में वापसी करना चाहते हैं सूर्या
इस बीच सूर्यकुमार यादव ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि लाल गेंद का क्रिकेट हमेशा उनकी प्राथमिकता रही है और यही वजह है कि वे बुची बाबू टूर्नामेंट और दलीप ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने फरवरी 2023 में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी, लेकिन चोट के कारण वे पूरी सीरीज से बाहर हो गए थे।
सूर्यकुमार ने ऐगे बताया कि उन्होंने अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत लाल गेंद के क्रिकेट से की थी और उन्होंने कई सालों तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला है। अब वे इन घरेलू टूर्नामेंट्स में अच्छा प्रदर्शन करके टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद कर रहे हैं। उनका मानना है कि घरेलू क्रिकेट खेलने से उनके टेस्ट क्रिकेट में वापसी के दरवाजे खुल सकते हैं।