Tahawwur Rana: मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमलों को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड्स में से एक, तहव्वुर हुसैन राणा, आज यानी बुधवार को भारत लाया जा सकता है। अमेरिका से उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और राष्ट्रीय जांच एजेंसी समेत भारत की तमाम सुरक्षा एजेंसियां इस ऐतिहासिक क्षण को लेकर सतर्क हैं। (Tahawwur Rana) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इस पूरे ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं। दिल्ली और मुंबई की उच्च सुरक्षा वाली जेलों में पहले से ही विशेष तैयारियां की जा चुकी हैं, जहां तहव्वुर राणा को भारत लाने के बाद रखा जा सकता है।

Tahawwur Rana: कौन है तहव्वुर राणा?
तहव्वुर हुसैन राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है जो लश्कर-ए-तैयबा जैसे कुख्यात आतंकी संगठन से जुड़ा रहा है। उसकी अमेरिका में शिकागो स्थित एक इमिग्रेशन कंसल्टेंसी फर्म थी – First World Immigration Services – जिसका इस्तेमाल उसने और उसके साथी डेविड कोलमैन हेडली ने भारत में आतंकी नेटवर्क खड़ा करने और रेकी करने के लिए किया था। राणा और हेडली स्कूल के समय के दोस्त थे, और यहीं से उनकी आतंकी साजिश की नींव रखी गई।
अमेरिका में गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण की प्रक्रिया
2009 में अमेरिका की जांच एजेंसी एफबीआई ने राणा और हेडली को डेनमार्क के एक अखबार पर हमले की साजिश और लश्कर के लिए काम करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। (Tahawwur Rana) इसके बाद 2019 में भारत सरकार ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण की औपचारिक मांग अमेरिका से की। जून 2020 में भारत ने अमेरिकी अदालत में इस संबंध में औपचारिक शिकायत दर्ज करवाई। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फरवरी 2023 में राणा के भारत प्रत्यर्पण पर सहमति जताते हुए कहा था कि वह भारत जाकर न्याय का सामना करेगा। अब, छह साल की कानूनी प्रक्रिया और भारत सरकार की कूटनीतिक मेहनत के बाद यह ऐतिहासिक फैसला होने जा रहा है।

26/11 हमलों में राणा की भूमिका
मुंबई हमलों में 174 लोगों की जान गई थी और सैकड़ों घायल हुए थे। (Tahawwur Rana) राणा पर आरोप है कि उसने डेविड हेडली को भारत में रेकी करने में हर संभव मदद की। हेडली ने राणा की इमिग्रेशन फर्म की आड़ में भारत में बार-बार आकर उन स्थानों की रेकी की, जिन्हें बाद में आतंकी हमलों का निशाना बनाया गया – जिनमें ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट और नरीमन हाउस जैसे स्थान शामिल हैं।
राणा ने न केवल हेडली को भारत में घुसने के लिए फर्जी दस्तावेज़ और ऑफिस मुहैया करवाया, बल्कि खुद नवंबर 2008 में 11 से 21 तारीख के बीच दुबई होते हुए मुंबई आया और होटल रेनासां में ठहरा। (Tahawwur Rana) माना जाता है कि उसने वहीं से हमले की तैयारियों की समीक्षा की थी। मुंबई पुलिस की जांच में सामने आया कि राणा और हेडली के बीच लगातार ईमेल संपर्क था, जिनमें पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के मेजर इकबाल जैसे लोगों का ज़िक्र मिलता है – जिसे हमले का मास्टर प्लानर माना गया।
जानकारी के लिए बता दें कि भारत लाने के बाद तहव्वुर राणा को NIA की हिरासत में रखा जाएगा, जहां उससे कई स्तरों पर पूछताछ की जाएगी। एजेंसियों को उम्मीद है कि उसकी गिरफ्त से लश्कर और ISI की भूमिका पर और अधिक पुख्ता सबूत सामने आ सकते हैं।