UP News : उत्तर प्रदेश की राजनीति में बुलडोजर एक्शन प्रभावी हो गया है। यूपी में अभी 10 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने हैं। लोकसभा चुनाव 2024 में अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी-कांग्रेस की इंडिया गठबंधन ने भारतीय जनता पार्टी को करारी मात दी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए पॉलिटिक्स के जरिए भाजपा पर बढ़त बनाई। भाजपा लोकसभा चुनाव के दौरान फील गुड फैक्टर का शिकार होती दिखी।
पहले से ही जीत का भरोसा लेकर चल रही भाजपा को यूपी की 80 में से महज 33 सीटों पर जीत दर्ज कर सकी। वहीं, सपा-कांग्रेस गठबंधन को 43 सीटों पर जीत मिली। विधानसभा उपचुनाव में भाजपा लोकसभा चुनाव के दौरान बनी स्थिति को बदलने की कोशिश में है। वहीं, अखिलेश यादव अपने जीत के मोमेंटम को बरकरार रखना चाहते हैं। इस स्थिति में उप चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले ही यूपी का राजनीतिक पारा जबर्दस्त तरीके से गरमा गया है। बयानों के वाण अब बुलडोजर से लेकर भेड़िया तक चल रहे हैं। दिल-दिमाग तक की चर्चा शुरू हो गई है।
UP News : तीखी हुई है बयानबाजी
बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद बुधवार को मुख्य विपक्षी पार्टी सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव और सीएम योगी आदित्यना के बीच तीखी बयानबाजी हुई। बयानों की शुरुआत अखिलेश यादव की तरफ से हुई। उन्होंने 2027 में सरकार बदलने पर बुलडोजर का रुख बदलने की बात कही। उन्होंने कहा कि सरकार बदली तो बुलडोजर का रुख गोरखपुर की तरफ होगा। अखिलेश यादव के बयान पर तंज कसते हुए सीएम योगी ने कहा कि बुलडोजर पर सबके हाथ फिट नहीं होते। इसके लिए दिल और दिमाग चाहिए। क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा होनी चाहिए। सीएम योगी युवाओं के लिए लगे रोजगार मेले में कहा कि माफिया-अपराधियों के आगे नाक रगड़ने वाले बुलडोजर क्या चलाएंगे?
सीएम योगी का बयान युवा वर्ग को ध्यान में रखकर दिया गया। नौकरी का जो मुद्दा विपक्ष की ओर से उठाया जा रहा था। उसको ढकने के लिए पहले यूपी सरकार ने सफल सिपाही भर्ती परीक्षा का आयोजन कराया। जिलों में रोजगार मेले लग रहे हैं। इस बीच सीएम योगी ने पूर्व की सरकार के दौरान की कानून व्यवस्था और अपनी सरकार के बुलडोजर मॉडल को रखा। इसके बाद अखिलेश यादव ने पलटवार किया कि बुलडोजर में दिमाग नहीं, स्टीयरिंग होता है। प्रदेश की जनता या दिल्ली वाले कब किसका स्टीयरिंग बदल दें, कुछ पता नहीं।
UP News : योगी के निशाने पर सपा
सीएम योगी ने लोकभवन में आयोजित कार्यक्रम में यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की ओर से से जेई, संगणक और फोरमैन के पदों पर चयनित 1334 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए। इस मौके पर उन्होंने मंच पर मौजूद पंचायती राज मंत्री ओम प्रकाश राजभर का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राजभर जी बता रहे थे कि नियुक्ति पत्र पाने वालों में राजभर समाज के भी युवा हैं। 2017 के पहले वाले नौकरी देने में भी भेदभाव करते थे। चाचा-भतीजे के वसूली के एरिया बंटे थे। जनता इनकी गुंडागर्दी, अमर्यादित आचरण को देख चुकी है। इन पर विश्वास करने की जरूरत नहीं है। जनता ने जब इन्हें मौका दिया, तब इन्होंने युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने में कोई गुरेज नहीं किया।
UP News : CM योगी के ताजा बयान
कुछ लोग फिर सपने देखने लगे हैं। टीपू सुल्तान बनने चले हैं। पहले एक धारावाहिक आता था ‘मुंगेरी लाल के हसीन सपने।‘ वैसे ये भी सपना देख रहे हैं।
बुलडोजर चलाने के लिए क्षमता और दृढ़ प्रतिज्ञा दोनों चाहिए। जो लोग दंगाइयों के सामने नाक रगड़ते थे, वे बुलडोजर के सामने वैसे ही पस्त हो जाएंगे।
जैसे इस समय कुछ आदमखोर भेड़िए उत्पात मचा रहे हैं। कुछ ऐसा ही उत्पात ये लोग (सपा वाले) 2017 के पहले मचा रहे थे।
UP News : बुलडोजर पर निशाना क्यों?
अखिलेश ने समाजवादी शिक्षक सभा की बैठक के दौरान कहा कि बुलडोजर पर तो कोर्ट का बुलडोजर चल गया। सुप्रीम कोर्ट को उसे असंवैधानिक बताना पड़ा। उन्होंने सवाल किया कि लखनऊ में बिना नक्शा पास हुए बने होटल में आग लग गई। लोगों की जान चली गई, उस पर बुलडोजर क्यों नहीं चला? अवैध बिल्डिंगों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलाते? अखिलेश ने एक्स पर भी लिखा कि अगर आप और आपका बुलडोजर इतना ही सफल है तो अलग पार्टी बनाकर ‘बुलडोजर’ चुनाव चिह्न लेकर चुनाव लड़ जाइए। आपका भ्रम भी टूट जाएगा और घमंड भी। वैसे भी आपके जो हालात हैं, उसमें आप भाजपा में होते हुए भी ‘नहीं’ के बराबर ही हैं।
अब ऐसे में सवाल उठ रहा है कि आखिर सपा अध्यक्ष के निशाने पर बुलडोजर क्यों आया है? इसका स्पष्ट जवाब है कि योगी सरकार किसी भी मुद्दे में पिछली सरकारों से आगे दिखती है, वह है कानून व्यवस्था का मुद्दा। यूपी चुनाव 2022 में बुलडोजर बाबा मुद्दा खूब गरमाया था। माफिया और अपराधियों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन ने लोगों के दिल में जगह बनाई है। अब बुलडोजर एक्शन पर हमले के जरिए योगी सरकार की इस सफलता को कम करने की कोशिश की जा रही है।
2027 में राज्य से बीजेपी का सफाया होगा। समाजवादी पार्टी की सरकार बनते ही पूरे प्रदेश के बुलडोजरों का रुख गोरखपुर की तरफ होगा।
सरकार ने जानबूझकर लोगों से बदला लेने और नीचा दिखाने के लिए बुलडोजर चलवाए। अवैध बिल्डिंगों पर बुलडोजर क्यों नहीं चलवाते।
आम चुनाव बाद से सीएम न खुद चैन से सो रहे हैं, न ही अफसरों को सोने दे रहे हैं। भाजपा में जो चल रहा है, उससे उनका बीपी बढ़ा हुआ है।
UP News : भेड़िया पर बढ़ा है विवाद
बहराइच और प्रदेश के अन्य हिस्सों से भेड़ियों के हमले की खबरों के बीच लगातार सर्च ऑपरेशन चल रहा है। ऑपरेशन भेड़िया योगी सरकार की ओर से चलाई जा रही है। इस प्रकार के मामले के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस ऑपरेशन पर नजर रखे हुए हैं। सीएम योगी ने सपा पर हमले के लिए भेड़िए का जिक्र कर दिया। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से आज भेड़ियों का हमला हो रहा है। भेड़िए बच्चों के उठा लेते हैं। इसी प्रकार 2017 से पहले सपा वाले उत्पात मचाते थे।
हालांकि, इस मामले में अखिलेश यादव ने निशाना साधा है कि पहले माफिया किसे कहा जाता था, यह किसी से छुपा नहीं है। हालांकि, इस प्रकार के बयानों ने कानून व्यवस्था के मसले को एक बार फिर यूपी में चर्चा का विषय बना दिया है। इस प्रकार के विवाद गहराया हुआ है।