UP News : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने उत्तर प्रदेश पुलिस को एक सूची भेजी है। इसमें बताया गया है कि प्रदेश के करीब 3 हजार युवक कम्बोडिया, थाईलैंड और वियतनाम में माफियाओं के कहने पर डिजिटल अरेस्ट और साइबर क्राइम की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। यह लोग कमाने और व्यापार करने के मकसद से एजेंटों के माध्यम से विदेश गए थे। लेकिन यहाँ ये सभी माफियाओं के चंगुल में फंस गए। अब माफिया इनसे अपराध करा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि माफियाओं ने इनके वीजा, पासपोर्ट समेत अन्य जरुरी दस्तावेज भी छीन लिए हैं। ऐसे में यह युवा चाह कर भी अपने देश वापस नहीं आ पा रहे हैं।
UP News : युवाओं के घरों पर संपर्क कर रही पुलिस
गृह मंत्रालय से भेजी गई सूची के बाद से हड़कंप मच गया है। कहा जा रहा है कि अब उत्तर प्रदेश पुलिस इन युवाओं के घरों पर संपर्क कर रही है। साथ ही इनके बैकग्राउंड को भी खंगाला जा रहा है। यह लोग कब विदेश गए और इनके साथ और कौन लोग हैं पुलिस इसकी भी जाँच कर रही है। वहीँ, जानकारी के आधार पर पुलिस अब युवाओं को विदेश भेजने वाले एजेंटों पर भी नकेल कसने की तैयारी कर रही है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस चोरी-छिपे युवाओं को नौकरी का लालच देकर विदेश भेजने वाले एजेंटों को भी रडार पर ले रही है।
UP News : घर वापसी बनेगी चुनौती
करीब 3000 युवक अलग-अलग देशों में फंसे हुए हैं। ऐसे में इनकी घर वापसी भी अब बड़ी चुनौती साबित होगी। खासतौर से जब माफियाओं ने इनके पासपोर्ट और वीजा से लेकर सारे जरूरी दस्तावेज जब्त कर लिए हैं तब इनकी वापसी की राह आसान नहीं होगी। बिना तीनों देशों की सरकारों के दखल के अब युवाओं को वापस लाना भी मुमकिन नहीं है। ज्ञात हो कि हर साल सऊदी से लेकर थाईलैंड, अमेरिका समेत कई देशों में लोग कमाने के लिए जाते हैं। इनमें से अक्सर कई मासूम माफियाओं के चंगुल में फंस जाते हैं।