Vivek Oberoi: विवेक ओबेरॉय हिंदी फिल्मों के जाने-पहचाने अभिनेता हैं। उन्हें एक शानदार अभिनेता के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत में ही अपने लिए काफी अच्छी पहचान हासिल कर ली थी। वह मशहूर हिंदी फिल्म अभिनेता सुरेश ओबेरॉय के बेटे हैं। (Vivek Oberoi) इस वजह से फिल्म इंडस्ट्री उनके लिए कभी नई नहीं रही। अभिनेता अपनी फिल्मों के अलावा अपने बयानों की वजह से भी काफी चर्चा में रहते हैं। उन्होंने साल 2009 में बॉलीवुड की मशहूर कोरियोग्राफर और निर्देशक फराह खान के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि बॉलीवुड इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा प्लास्टिक है। अब हाल में ही अभिनेता ने अपने इस बयान पर स्पष्टीकरण दिया है।
Vivek Oberoi: प्लास्टिक वाले बयान को विवेक ने बताया अपरिपक्वता
अभिनेता ने अपनी पुरानी टिप्पणी में कहा था, हमारी इंडस्ट्रूी में टपरवेयर बॉक्स बनाने वाली कंपनी से ज्यादा प्लास्टिक है। विवेक ने अब इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान इसे लेकर कहा कि उन्होंने यह टिप्पणी की थी, तब वह अपरिपक्व थे, क्योंकि यह ऐसी बात नहीं है जिसे खुलकर कहा जाना चाहिए। (Vivek Oberoi) अभिनेता ने कहा कि वो भी जानते हैं और आप भी जानते हैं कि वो लोग कौन हैं। अभिनेता ने कहा, जिस तरह से मैंने यह टिप्पणी की थी, अब कुछ समय हो गया है, अब मैं बड़ा हो गया हूं और ज्यादा परिपक्व हो गया हूं।
अभिनेता ने आगे जोड़ते हुए कहा,“यह व्यक्ति पर निर्भर करता है कि वह प्लास्टिक बनना चाहता है या नहीं। यह आप ही हैं, जो वास्तविक बनना चुनते हैं। कुछ लोग प्लास्टिक बन जाते हैं, क्योंकि उन्हें डर होता है कि लोग उनके असली रूप को लेकर उनका आंकलन करेंगे। (Vivek Oberoi) कुछ लोगों में वास्तविक होने और दिखने की ताकत नहीं होती वहीं, दूसरे लोग प्लास्टिक बन जाते हैं क्योंकि उन्हें जीवित रहने का कोई और तरीका नहीं पता होता। उन्हें लगता है कि यह सब ऐसे ही होता है। नेटवर्किंग, लोगों को खुश करना, उनकी पीठ पीछे उनसे झूठ बोलना। अभिनेता ने आगे कहा कि यह सब समय की बर्बादी है और वास्तविक रहने में ही संतुष्टि है, इससे आप जीवन का आनंद लेते रहते हैं।
लोगों के बहकावे में आकर उठाया था कदम
विवेक ओबेरॉय ने साल 2009 में फराह खान के साथ अपनी उस चर्चित प्रेस कॉन्फ्रेंस की भी बात की थी, जिसके बाद उनके करियर को वो गति कभी नहीं मिल सकी, जिसके वो हकदार थे। उन्होंने फराह से कहा कि जैसे ही वह प्रेस कॉन्फ्रेस करने बैठे, उन्हें एहसास हो गया कि वह कुछ गलत कर रहे हैं। उनकी अंतरात्मा ने उन्हें ऐसा करने से रोका, लेकिन दूसरों की बातों में आकर उन्होंने वो कदम उठाया। अभिनेता ने इस दौरान कहा था कि जिन लोगों ने उन्हें सुझाव दी थी कि वो ऐसा कुछ करें, उन्होंने भी रातोंरात उनसे दूरी बना ली। अभिनेता ने अपने उसे अपना बचपना करार दिया और कहा कि उन्होंने अपरिपक्वता में आकर ऐसा किया था।