Indian Alcohol Market Growth: जहां एक ओर चीन, अमेरिका, ब्रिटेन, जर्मनी, जापान, फ्रांस और इटली जैसी प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं शराब के प्रति अपने रुझान को कम कर रही हैं, वहीं भारत में इसके प्रति रुझान लगातार बढ़ता जा रहा है। वैश्विक स्तर पर शराब की खपत में गिरावट दर्ज की जा रही है, लेकिन भारत इसका अपवाद बनकर उभरा है। IWSR (International Wine and Spirits Research) की एक ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार, भारत, मैक्सिको और ब्राज़ील जैसे देशों के साथ उन गिने-चुने शीर्ष दस शराब उपभोग करने वाले देशों में शामिल है, जहां इस क्षेत्र में वृद्धि दर्ज की गई है।

Indian Alcohol Market Growth: वैश्विक गिरावट बनाम भारत की वृद्धि
IWSR की रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक स्तर पर प्रति व्यक्ति शुद्ध शराब की खपत में गिरावट आई है — 2013 में यह आंकड़ा प्रति वयस्क सालाना 5 लीटर था, जो 2023 में घटकर 3.9 लीटर रह गया है। कुल वैश्विक शराब की खपत 2016 में अपने शिखर पर थी, जब यह 25.4 अरब लीटर थी, लेकिन इसके बाद इसमें करीब 13% की गिरावट आई है। विशेषज्ञ इस ट्रेंड को “पीक एल्कोहल” (Peak Alcohol) कहते हैं, जहां नई पीढ़ी स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता के कारण शराब का कम सेवन या पूरी तरह से परहेज कर रही है।
इसके विपरीत, भारत में शराब का बाजार फल-फूल रहा है। कम प्रति व्यक्ति खपत, अनुकूल जनसांख्यिकी और तेजी से बढ़ती पीने वाली आबादी इस वृद्धि के प्रमुख कारण हैं। (Indian Alcohol Market Growth) भारत में प्रति व्यक्ति शुद्ध शराब की खपत 2005 में 1.3 लीटर थी, जो 2022 में बढ़कर लगभग 3.1 लीटर हो गई है। यह आंकड़ा अब भी वैश्विक औसत 3.9 लीटर से कम है, जो भारत में भविष्य की बड़ी वृद्धि की संभावना को दर्शाता है।
भारत का उभरता हुआ शराब बाजार
2018 से 2023 के बीच भारत के शराब बाजार में 2% की वार्षिक चक्रवृद्धि वृद्धि दर (CAGR) दर्ज की गई, जो ब्राज़ील और मैक्सिको जैसे देशों के बराबर है। विशेष रूप से, 2022-2023 के दौरान वार्षिक वृद्धि दर 5% तक पहुंच गई, जो पिछले पांच वर्षों के औसत से अधिक है। 2024 के लिए अस्थायी आंकड़ों के अनुसार 2023-2024 के बीच 2% की धीमी लेकिन स्थिर वृद्धि देखी गई है। भविष्य की ओर देखते हुए, IWSR ने अनुमान लगाया है कि भारत में 2023 से 2028 के बीच शराब की मात्रा दोगुनी हो जाएगी और इस दौरान 4% की CAGR रहेगी।
इस विस्तार का प्रमुख कारण स्थानीय ब्रांड्स का उभरना है, जो गुणवत्तापूर्ण, किफायती और विश्वसनीय स्पिरिट्स पेश कर रहे हैं। (Indian Alcohol Market Growth) इनमें से कई ब्रांड पारंपरिक देसी शराब के अनौपचारिक बाजार से औपचारिक बाजार की ओर बढ़ चुके हैं। (Indian Alcohol Market Growth) रिपोर्ट के अनुसार, भारत का शराब बाजार 2022 में 3.1 अरब लीटर शुद्ध शराब तक पहुंच गया, जिसमें 92% हिस्सा डिस्टिल्ड बेवरेज (विशेषकर ब्राउन स्पिरिट्स) का था। भारत पहले से ही दुनिया का सबसे बड़ा व्हिस्की उपभोक्ता है और सिंगल माल्ट व्हिस्की का अग्रणी उत्पादक भी।
यह रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब भारत और यूके के बीच एक द्विपक्षीय व्यापार समझौता हुआ है, जिससे भारत में स्कॉच व्हिस्की की कीमतें घट सकती हैं और यह बाज़ार और तेज़ी से बढ़ सकता है। (Indian Alcohol Market Growth) कम प्रति व्यक्ति खपत, युवाओं की बड़ी आबादी और शराब को लेकर बढ़ती सामाजिक स्वीकार्यता के कारण भारत का शराब बाजार आने वाले वर्षों में और भी अधिक विस्तार की ओर बढ़ता दिख रहा है।
वैश्विक प्रवृत्ति बनाम भारत की भूमिका
जहां पूरी दुनिया शराब के सेवन में संयम की ओर बढ़ रही है, वहीं भारत ब्राउन स्पिरिट्स का एक मजबूत केंद्र बनकर उभर रहा है। (Indian Alcohol Market Growth) जनसांख्यिकीय लाभ और उपभोक्ता आधार के विस्तार के साथ, भारत अब वैश्विक शराब उद्योग में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बनता जा रहा है।