Rahul Gandhi News : संसद सत्र का सोमवार आज छठा दिन है। दो दिन के अवकाश के बाद आज फिर से लोकसभा और राज्यसभा का सत्र शुरू हुआ। केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग, नीट और अग्निपथ जैसे मुद्दों को लेकर विपक्ष ने सरकार को घेरा। इस दौरान दोनों सदनों में जमकर हंगामा हुआ। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, “संविधान पर संगठित हमले हो रहे हैं।” उन्होंने आगे कहा, “सरकार के आदेश पर मुझे निशाना बनाया गया। मेरे खिलाफ झूठे केस दर्ज किए गए। मुझसे ईडी ने पूछताछ की। इससे अधिकारी तक हैरान थे। इतना ही नहीं इंडिया गठबंधन के नेताओं को जेल में रखा गया।”
राहुल ने आगे कहा, “पूरा विपक्ष आइडिया ऑफ इंडिया को बचा रहा है। हमने देश के संविधान की रक्षा की है।” इस बीच राहुल गांधी ने भगवान शिव का एक फोटो दिखाया, जिस पर सदन में हंगामा होने लगा। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने फोटो दिखाने से मना कर दिया। नेता प्रतिपक्ष गांधी ने कहा, “शिव के बाएं हाथ में त्रिशूल का मतलब अहिंसा है। हम बिना हिंसा सच की रक्षा करते हैं।” उन्होंने कहा, “गुरु नानक कहते हैं कि डरो मत डराओ मत। वह कई देशों की यात्रा पर गए। उन्होंने कभी हिंसा नहीं की। वैसे ही आप ईसा मसीह को देखिए उन्होंने भी यही कहा कि डरो मत डराओ मत। अंत में महावीर ने भी यही कहा है। सारे धर्म कहते हैं कि डरो मत डराओ मत।”

Rahul Gandhi News : राहुल के इस बयान पर लोकसभा में हंगामा

राहुल ने आगे कहा, “खुद को हिंदू कहने वाले हिंसा-हिंसा कहते हैं।” इस पर सदन में हंगामा होने लगा। तो गांधी ने आगे कहा, “यह इसलिए शोर कर रहे है क्योंकि तीर सही जगह पर लगा है।” इस पर स्पीकर बिरला ने कहा, “आप ऐसी बातें नहीं कर सकते हैं।” तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “ये विषय बहुत गंभीर है। पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना सही नहीं है।” राहुल ने कहा, “हमने भाजपा को बोला है। भाजपा और आरएसएस पूरा हिंदू समाज नहीं है। यहां सब हिंदू हैं।” इस पर संसद में हंगामा शुरू हो गया। अमित शाह ने राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग करते हुए कहा, “आपको पता नहीं है कि करोड़ों लोग गर्व से अपने आप को हिंदू कहते हैं। आप हिंसा की बात करते हैं। हिंसा की भावना को भरे सदन में किसी धर्म के साथ जोड़ना गलत है। आपको माफी मांगनी चाहिए।”

Rahul Gandhi News : राज्यसभा में खड़गे के इस बयान को कार्यवाही से हटाने की मांग
वहीं राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “आरएसएस की विचारधारा को देश के लिए खतरनाक है।” इस पर सभापति जयदीप धनखड़ ने कहा, “आरएसएस देश के लिए काम करती है। इसमें अच्छे लोग जुड़े हैं। इस पर खड़गे ने कहा, “आरएसएस की विचारधारा मनुवादी है।” राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने उनकी बात को राज्यसभा की कार्यवाही से हटाने की मांग की। धनखड़ ने उनकी मांग पर बयान को कार्यवाही से हटा दिया। आपको बता दें कि राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में 21-21 घंटे की चर्चा होगी, इसके लिए भाजपा को आठ घंटे तक की समय सीमा दी गई है।