George Foreman Dies: पूर्व हैवीवेट चैंपियन जॉर्ज फोरमैन का शुक्रवार को निधन हो गया। उनके परिवार ने इंस्टाग्राम पर इसकी पुष्टि की। वह 76 वर्ष के थे। बयान में लिखा है- हमारा दिल टूट गया है। गहरे दुख के साथ हम अपने प्रिय जॉर्ज एडवर्ड फोरमैन सीनियर के निधन की घोषणा करते हैं। 21 मार्च, 2025 को वह हमें अलविदा कह गए। (George Foreman Dies) फोरमैन उन मुक्केबाजों में शामिल थे, जो निडर और बेबाक थे। उनके आंकड़े इसकी गवाही हैं। फोरमैन ने मुक्केबाजी के 81 मुकाबले खेले। इसमें से 76 में जीत हासिल की। इसमें से भी 68 मैच उन्होंने नॉकआउट से जीते। सिर्फ पांच मैचों में उन्हें हार मिली। फोरमैन ने 1968 मैक्सिको ओलंपिक में हेवीवेट श्रेणी में स्वर्ण पदक भी जीता था। वह फैंस के चहेते मुक्केबाजों में से एक रहे।

बयान में लिखा है, ‘एक धर्मनिष्ठ उपदेशक, एक समर्पित पति, एक प्यार करने वाले पिता, एक मानवतावादी, एक ओलंपियन और दुनिया के दो बार के हैवीवेट चैंपियन। उन्होंने अटूट विश्वास, विनम्रता और उद्देश्य से चिह्नित जीवन जिया। (George Foreman Dies) उन्होंने सम्मान के साथ अपना जीवन जिया। वह अपने परिवार के लिए एक ताकत, अनुशासन, दृढ़ विश्वास थे। उन्होंने अपनी विरासत और अपने नाम को संरक्षित करने के लिए काफी संघर्ष किया। हम सभी से मिले प्यार और प्रार्थनाओं के लिए आभारी हैं। आप सभी से गोपनीयता की विनती करते हैं, क्योंकि हम एक ऐसे व्यक्ति के असाधारण जीवन का सम्मान करना चाहते हैं, जिसका हमने जीवनभर सम्मान और प्यार किया है।’
George Foreman Dies: फोरमैन का करियर
फोरमैन ने 1973 में तत्कालीन अपराजित मुक्केबाज जो फ्रेजियर को हराकर विश्व हैवीवेट खिताब जीता। (George Foreman Dies) उन्होंने दो बार अपने हैवीवेट खिताब का बचाव किया। हालांकि, 1974 में रंबल इन जंगल मैच में मुहम्मद अली से प्रोफेशनल मैच में हार का सामना करना पड़ा था। रिंग से 10 साल दूर रहने के बाद, फोरमैन ने 1994 में माइकल मूरर से मुकाबले के लिए वापसी की और उन्हें हराकर उनके दो हैवीवेट बेल्ट पर कब्जा कर लिया। फोरमैन (46 वर्ष, 169 दिन) मुक्केबाजी में विश्व हैवीवेट चैंपियनशिप जीतने वाले सबसे उम्रदराज व्यक्ति बन गए। माइकल मूरर उनसे 19 साल छोटे थे।

मूल रूप से टेक्सास निवासी फोरमैन ने अपने मुक्केबाजी करियर की शुरुआत एक ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता के रूप में की थी। 1973 में फ्रेजियर को हराकर हेवीवेट डिवीजन के शिखर पर पहुंचकर उन्होंने विपक्षी मुक्केबाजों में भय पैदा कर दिया था। हालांकि, अली से हारने के बाद फोरमैन ने कुछ साल के बाद खेल छोड़ दिया था। हालांकि, मुक्केबाजी के लिए उनके जज्बे ने उन्हें 1994 में वापसी के लिए प्रेरित किया। हालांकि, वापसी के बाद और बिजनेसमैन और एक्टर बनने से पहले उन्होंने सिर्फ चार फाइट लड़ीं। उन्हें जॉर्ज फोरमैन ग्रिल, जो कि एक कूकिंग मशीन है, उसके चेहरे के रूप में भी जाना जाता है। इसकी 100 मिलियन यूनिट्स बिकीं, जिसने फोरमैन को काफी अमीर बना दिया।