Hardik Pandya: जीता हुआ मैच कैसे हारा जाता है ये कोई गुजरात टाइटंस से सीखे. जो काम गुजरात ने कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ कर दिखाया उसी कारनामे को गुजरात ने राजस्थान के खिलाफ भी दोहरा दिया. वो टीम जिसका 12 ओवर तक रन रेट 6 रन प्रति ओवर से भी कम था, जिसे अंतिम 8 ओवर में 111 रन बनाने थे, इसके बावजूद उस टीम ने मैच जीत लिया. राजस्थान ने गुजरात को हराने के लिए कमाल का खेल दिखाया लेकिन कहीं ना कहीं हार्दिक पंड्या की टीम ने भी कई ऐसी गलतियां की जो किसी क्राइम से कम ना रही. खुद कप्तान पंड्या इसमें सबसे आगे रहे.
हार्दिक पंड्या ने इस मैच में एक दो नहीं बल्कि 3-3 बड़ी गलतियां की. क्रिकेट में इन गलतियों को क्राइम की संज्ञा दी जाती है. बल्लेबाजी हो, गेंदबाजी हो या फिर कप्तानी हर मोर्चे पर हार्दिक पंड्या अपनी ही टीम को नुकसान पहुंचाते नजर आए. आइए आपको बताते हैं कि आखिर कैसे डिफेंडिंग चैंपियन टीम के कप्तान ने अपनी टीम की हार की स्क्रिप्ट लिखी.
गेंदबाजों का सही इस्तेमाल नहीं
हार्दिक पंड्या ने गेंदबाजों को भी ठीक से रोटेट नहीं किया. जब राजस्थान के बल्लेबाज चौकों-छक्कों की बारिश कर रहे थे तो हार्दिक पंड्या अपने गेंदबाजों का सही इस्तेमाल ना कर पाए. मोहित शर्मा से सिर्फ 2 ओवर ही कराए गए जबकि उन्होंने उसमें सिर्फ 7 ही रन खर्च किए थे. इसके अलावा पंड्या ने अंतिम ओवर भी डेब्यू कर रहे स्पिनर नूर मोहम्मद को दे दिया. वहां भी मोहित शर्मा या अल्जारी जोसफ पर दांव खेला जा सकता था. अल्जारी जोसफ भले ही मैच में महंगे साबित हुए थे लेकिन अंतिम ओवर में वो हेटमायर को रोक सकते थे क्योंकि वो उनके साथ मिलकर काफी क्रिकेट खेले हुए हैं.
हार्दिक पंड्या ने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 19 गेंदों में 28 रनों की पारी जरूर खेली लेकिन उन्होंने सेट होने के बाद अपना विकेट गंवाया. युजवेंद्र चहल की गेंद पर उन्होंने बेहद लापरवाही भरा शॉट खेल पवेलियन की राह पकड़ ली. पहली बार पंड्या को इस सीजन में अच्छा स्टार्ट मिला था और वो उसे नहीं भुना पाए. अगर पंड्या कुछ देर और विकेट पर जमते तो गुजरात का स्कोर 190 तक पहुंच सकता था.