Samajwadi Party: आगामी लोकसभा के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को शिकस्त देने के लिए विपक्षी राजनीतिक दलों ने मिलकर इंडिया गठबंधन बनाया है और इसी के सहारे 2024 में भाजपा को उखाड़ फेंकने की बात कही जा रही है. गठबंधन तो बन चुका है, लेकिन इसमें पीएम पद का उम्मीदवार कौन होगा इसे लेकर भी चर्चा जोर-शोर पर चल रही है.
इसी कड़ी में एक तरफ जहां आज बिहार के डिप्टी स्पीकर ने नीतीश कुमार को पीएम पद का प्रत्याशी बताया तो वही राजद के प्रवक्ता ने भी उनका समर्थन किया. वहीं गाजीपुर जनपद जो समाजवादी पार्टी का गढ़ कहा जाता है (Samajwadi Party) यहां से अखिलेश यादव को इंडिया गठबंधन की सरकार बनने पर प्रधानमंत्री बनने की मांग की जा रही है. इस बीच काशी नाथ यादव की ओर से दिए गए बयान पर सियासत गरमा गई है.
दरअसल, गाजीपुर में समाजवादी पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश सचिव के सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल पूर्व एमएलसी और संस्कृति प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष काशी नाथ यादव ने मंच से कह दिया कि अगर 2024 में गठबंधन की सरकार बनती है तो प्रधानमंत्री तो हमारे अखिलेश यादव भी बन सकते हैं.
‘पूर्व मुख्यमंत्रियों में अखिलेश का जोरदार स्वागत हुआ’
उन्होंने कहा कि इंडिया गठबंधन की बैठक पटना और मुंबई में भी हो चुकी है. इन बैठकों में जितने भी पूर्व मुख्यमंत्री का स्वागत हुआ उसमें अखिलेश यादव का स्वागत जोरदार रहा. 2024 में इंडिया गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. जब इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो प्रधानमंत्री हमारे अखिलेश यादव भी बन सकते हैं.
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से रविवार को किए गए ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर भी कटाक्ष किया और कहा कि पीएम हर महीने में एक बार मन की बात करते हैं. उन्होंने दावा किया कि हर मन की बात कार्यक्रम पर 8 करोड़ 20 लाख रुपए का खर्च आता है.
काशी नाथ का दावा- मन की बात पर अब तक 820 करोड़ का खर्च
उन्होंने कहा, अब तक करीब 100 से अधिक बार मन की बात हो चुकी है जिस पर करीब 820 करोड़ रुपए खर्च किए जा चुके हैं, लेकिन अभी तक इसका नतीजा कुछ नहीं निकला क्योंकि किसी भी मन की बात में किसान, नौजवान, बेरोजगारी, रोजगार या अन्य आमजन से जुड़े मुद्दे पर बात नहीं होती है.