UP News: उत्तर प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए राज्य सरकार लगातार प्रयासरत है। इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, सरकार ने परिषदीय स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
हाल ही में, बेसिक शिक्षा विभाग ने प्राइमरी विभाग में कार्यरत शिक्षकों को रोजाना ऑनलाइन माध्यम से अपनी उपस्थिति लगाने की गाइडलाइन जारी की थी। (UP News) अब, विभाग ने परिषदीय स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने के लिए भी कदम उठाए हैं।
UP News: स्कूल नहीं आने वाले छात्रों की तैयार होगी लिस्ट
इसके तहत, अब स्कूलों में उन छात्रों की सूची तैयार की जाएगी जो अक्सर किसी न किसी कारण से स्कूल नहीं आते हैं। जिसके बाद लगातार तीन दिन तक स्कूल नहीं आने पर शिक्षकों को छात्रों के अभिभावकों को फोन कर इसकी जानकारी देनी होगी। वहीं अगर कोई छात्र लगातार छह दिनों तक स्कूल नहीं आया तो फिर टीचर को उस छात्र के घर जाकर अभिभावक से पूछताछ करनी होगी।
इसके अलावा, अगर कोई छात्र अपने छोटे भाई-बहन की देखरेख के कारण स्कूल नहीं जा पा रहा है तो उनके भाई-बहनों को आंगनबाड़ी केंद्रों में प्रवेश दिया जाएगा। इसके अलावा अगर कोई छात्र खेती और घर के कामों के कारण स्कूल नहीं जा रहा तो इस स्थिति में टीचर्स उन छात्रों को अभिभावकों को शिक्षा का महत्व समझाएंगे।
आंकड़ों के अनुसार अभी राज्य में कुल 1.91 करोड़ विद्यार्थियों में से सिर्फ 60 प्रतिशत छात्र ही पढ़ाई करने जा रहे हैं। (UP News) शिक्षा विभाग ने 10 प्रतिशत उपस्थिति बढ़ाने का लक्ष्य रखा है। वहीं दूसरी ओर स्कूलों में छात्रों की उपस्थिति बढ़ाने वाले स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को हर महीने ब्लॉक व जिला स्तर पर होने वाली बैठक में सम्मानित किया जाएगा।
इन कदमों से उम्मीद है कि उत्तर प्रदेश में छात्रों की उपस्थिति में वृद्धि होगी और इससे शिक्षा व्यवस्था को मजबूती मिलेगी।