Rajya Sabha : 18वीं, लोकसभा का संसद का मानसून सत्र आज, गुरुवार को काफी हंगामेदार है। मोदी सरकार 3.0 सदन में वह बिल पेश करने जा रही है, जिससे सूमेच विपक्ष को खासी नाराजगी है। केंद्र सरकार वक्फ बोर्ड को मिली असीमित शक्तियों पर अंकुश लगाने और बेहतर प्रबंधन व पारदर्शिता के लिए लोकसभा में दो विधेयक गुरुवार को पेश करने जा रही है।
इस बिल के जरिये पूरा विपक्ष सरकार पर हमलावार है और दोनों सदन की कार्यवाई को प्रभावित कर रहा है। लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होते ही दोनों सदनों में विपक्षी दल हंगामा कर रहे हैं। विरोध दल संसद में विनेश फोगाट के मामले में चर्चा कराने की मांग पर अड़े हुए हैं और हंगामा कर रहे हैं। राज्यसभा में स्थिति ऐसी हो गई कि सभापति जगदीप धनखड़ को यह तक कहना पड़ गया कि इस पद पर मुझे बार बार चुनौती दी जा रही है। इसके बाद सभापति सदन से नाराज होकर चले गए और कार्यवाही कुछ घंटों के लिए स्थगित हो गई।
Rajya Sabha : सदन में जारी भारी हंगामा
दरअसल, इंडिया गठबंधन की पार्टी के सदस्य लोकसभा और राज्यसभा में ओलंपिक से बाहर हुईं भारतीय रेसल विनेश फोगाट के मामले को लेकर चर्चा की मांग करते हुए राज्यसभा में भारी हंगामा बरपा रहा था। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही राज्यसभा के विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने निवेश फोगाट का मुद्दा उठाने की कोशिश की, जिसको सभापति ने इसकी अनुमति नहीं दी। इसके बाद फोगाट का मुद्दा फिर टीएमसी सांसद डेरेक ओब्रायन ने उठाने की कोशिश की तो सभापति धनखड़ ने चेतावनी दी। सभापति ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर वे फिर ऐसे करते हैं तो उन्हें सदन का बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा। सभापति का यही बयान पूरे विपक्ष को नागवार गुजार और सदन को वॉकआउट कर दिया।
Rajya Sabha : मुझे नहीं बल्कि सभापति को दी जा रही चुनौती
विपक्ष की इस हरकत पर सभापति धनखड़ नाराज होते हुए उन्होंने कहा कि ‘कांग्रेस की वरिष्ठतम नेता भी इस सदन की सदस्य हैं, जो मैं हाल के दिनों में देख रहा हूं और जिस तरह से चुनौती शब्दों से, पत्र के माध्यम से, अखबार के माध्यम द्वारा… कितनी गलत टिप्पणी की है मैंने देखा है। मेरे को यह चुनौती नहीं दी जा रही है, यह चुनौती सभापति के पद को दी जा रही है. ये चुनौती इसलिए दी जा रही है कि जो व्यक्ति इस पद पर बैठा है वो इसके लायक नहीं है, ऐसा ये लोग सोचते हैं।
Rajya Sabha : मैं भाग नहीं रहा हूं
उन्होंने विपक्षी सदस्यों को नसीहत दी कि ‘सदन की गरिमा को कम मत करिए। अमर्यादित आचरण मत अपनाइए। जयराम रमेश हंसिए मत, आपकी आदतें मुझे पता है। कुछ सांसद गलत टिप्पणी करते है .. मुझे हाउस का समर्थन जितना चाहिए था उतना नहीं मिला है। मैंने प्रयास में कोई कमी नहीं की। अब मेरे पास एक ही विकल्प है कि मैं अपनी शपथ से दूर नहीं भाग रहा हूं। उन्होंने आगे कहा कि मैंने आज जो देखा है, सदस्य ने जिस तरह का व्यवहार किया, शारीरिक रूप से किया है, जिस तरह का व्यवहार इधर से भी हुआ है। मैं कुछ समय के लिए अपने आप को यहां बैठने में सक्षम नहीं पा रहा हूं।
Rajya Sabha : विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं
विनेश फोगट के मुद्दे पर बोलते हुए राज्यसभा में केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि हम इसे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बांच रहे हैं। विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है जिस पर वे चर्चा करना चाहते हों और जिसके लिए सत्ता पक्ष तैयार हो….मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि भारत सरकार, खेल मंत्रालय और आईओसी ने सभी मंचों पर समाधान की कोशिश की। पूरा देश विनेश फोगट के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री ने कल उन्हें “चैंपियन ऑफ चैंपियंस” कहा था और प्रधानमंत्री की आवाज 140 करोड़ लोगों की आवाज है।