Crime News: एक नायब तहसीलदार आधी रात को महिला राजस्व अधिकारी के घर घुस रेप की कोशिश की. असफल होने पर महिला अधिकारी के साथ जमकर मारपीट की. इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी महिला अधिकारी ने पुलिस को दी और सीनियर तहसीलदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग को लेकर तहरीर भी दी. उत्तर प्रदेश के बस्ती में लेडी मजिस्ट्रेट के साथ जो कुछ हुआ, वह सचमुच हैरान कर देने वाला है। एक सरकारी मुलाजिम अपने सहकर्मी के साथ इस प्रकार की हरकत भी कर सकता है, यह सोचकर लोग हैरत में पड़ रहे हैं। महिला तहसीलदार ने अपनी शिकायत में जिस प्रकार की बातें कहीं हैं, वह खौफनाक है। महिला अधिकारी तो इस घटना के बाद तीन दिनों तक खुद से भी नजर मिलाने की हिम्मत नहीं कर पा रही थी। परिवार के लोगों को घटना के बारे में बताने में उन्हें शर्म आ रही थी। एक अधिकारी जो दूसरों को न्याय दिलाने के लिए खड़ी रहती हो, वह खुद को न्याय दिलाने के लिए भीतर तक घुटती रही। घर गई तो मां के सामने टूट गई।
मां- पिता ने बेटी का हाल जाना तो उसे इंसाफ दिलाने के लिए पुलिस के पास गए। महिला तहसीलदार की तहरीर मिलते ही पुलिस अधिकारियों की भी हालत खराब (Crime News) हो गई। शिकायत बस्ती सदर के ही नायब तहसीलदार के खिलाफ थी। पुलिस के सीनियर अधिकारियों तक मामला पहुंचा। अब लेडी मजिस्ट्रेट को इंसाफ मिलने की उम्मीद जग रही है। पुलिस जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रही है। लेडी मजिस्ट्रेट ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि मैं बस्ती सदर तहसील में तहसीलदार के पद पर तैनात हूं। सरकारी आवास में अकेली रहती हूं। इसी के बगल में एक अन्य तहसीलदार रहते हैं। उन्होंने 12 नवंबर की रात मेरे आवास में आकर मेरे साथ बदसलूकी की। रेप का प्रयास किया। जान से मारने की कोशिश की।
Crime News: जिंदगी और मौत के वो डेढ़ घंटे
लेडी मजिस्ट्रेट कहती हैं कि रात 1 बजे के करीब मेरे घर के दरवाजे पर दस्तक हुई। हमने गेट नहीं खोला। इसके बाद तहसीलदार आवास के पीछे बने दरवाजे पर गए। लात मारकर दरवाजा तोड़ दिया। जबरदस्ती मेरे आवास में घुसे। इसके बाद वह करीब 2:30 बजे तक जिंदगी और मौत के बीच झूलती रही। उसने उस घटना की जो दास्तान तहरीर में बताई है, रोंगटे खड़े कर देने वाली है। लेडी मस्जिस्ट्रेट तहरीर में बताती हैं कि कमरे में आते ही तहसीलदार ने मुझे कई थप्पर मारे। गंदी- गंदी गालियां दी। गाल, होंठ, दाएं कंधे, दोनों बाहों और बाईं छाती पर दांत से काट लिया। मेरे कपड़े फाड़ दिए। मुझे फर्श पर गिराकर तेरे साथ रेप करने की कोशिश की। विरोध करने पर प्रताड़ित किया। मुझे दबोच कर और गला दबाकर मारने की कोशिश की।
लेडी मजिस्ट्रेट ने अपनी तहीर में लिखा है कि तहसीलदार तो मुझे मार मान लिया था। मैं बेसुध जमीन पर पड़ी थी। उस हालत में छोड़कर वह हॉल की तरफ गया। मेरी चेतना लौटी तो मैं बिस्तर के नीचे छिप गई। वह फिर लौटा और बेड के नीचे से खींचकर जान लेने की कोशिश की। फिर रेप का प्रयास किया। मैंने मुश्किल से अपनी जान बचाई। बाहर की तरफ भागी। अपना दरवाजा बाहर से बंद कर लिया। इसके बाद तहसीलदार पीछे के दरवाजे से बाहर निकलकर मेरे ऊपर झपटा। मैं तत्काल घर के भीतर घुसकर कुंडी लगा दी। लैच भी लगा दी।
Crime News: शिकायत में लेडी मजिस्ट्रेट ने कहा कि तहसीलदार ने सामने से दरवाजा तोड़ने का प्रयास किया। कुंडी टूट गई, लेकिन लैच अटक गया। इसने मुझे मौका दे दिया। भागकर मैं पीछे के दरवाजे पर गई। वहां ताला लगाया। तखत को खींच कर दरवाजे के आगे खड़ा कर दिया। उसने काफी कोशिश की, लेकिन भीतर दाखिल नहीं हो सका। इसके बाद वह खिड़की पर आकर गालियां देने लगा। काफी देर तक वहां खड़ा रहा। रात करीब 2:30 बजे वह चला गया। इस बीच लेडी मजिस्ट्रेट ने जिस खौफ को महसूस किया, वह शब्दों में बयां नहीं कर पा रही है।
लोगों की समस्याओं का समाधान करने वाली लेडी मजिस्ट्रेट को अपने साथ हुई इस भयावह घटना के बाद तीन दिनों तक कुछ नहीं सूझा। वे तहरीर में कहती हैं कि तीन दिनों तक घर पर डरी, सहमी सी रोती रही। किसी से कुछ कह भी नहीं पाई। 15 नवंबर को पिताजी मेरे आवास पर आए। डर और शर्म के मारे उन्हें कुछ बता नहीं सकी। इसी दिन ऑफिस से तीन दिनों की छुट्टी ली और घर गई। वहां पर पूरी घटना का जिक्र परिवारीजनों के सामने किया। लेडी मजिस्ट्रेट ने अब इस मामले में पुलिस से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने अपना मेडिकल कराने और आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है।