Dhanteras: धनतेरस के दिन देशभर में खुदरा बाजारों और सर्राफा बाजारों में काफी रौनक रही। बर्तन से लेकर सोने-चांदी के शोरूम में खरीदारों का हुजूम देखने के मिला। सोने-चांदी के साथ-साथ वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स समेत अन्य उत्पादों की भी अच्छी खरीद-बिक्री हुई।
कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के अनुसार, धनतेरस पर देशभर के खुदरा बाजारों में 50,000 करोड़ रुपये से अधिक का कारोबार हुआ। गौरतलब है कि पिछले साल धनतेरस पर कुल 35,000 करोड़ का व्यापार हुआ था। इस साल की बिक्री में पिछले साल के मुकाबले करीब 43 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बात करें राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की तो यहां इस धनतेरस 5,000 करोड़ रुपये की खरीद-बिक्री हुई। दिल्ली में सबसे अधिक सोने-चांदी की बिक्री हुई। इसके अलावा, वाहनों, इलेक्ट्रॉनिक्स और घरेलू सामानों की भी अच्छी खरीदारी हुई।
Dhanteras: बाजारों में 50 हजार करोड़ से ऊपर का हुआ कारोबार
50 हजार करोड़ की बिक्री में वाहनों की हिस्सेदारी 5,000 करोड़ रुपये रही जबकि 1,000 करोड़ के बर्तन, 300 करोड़ रुपये की पूजा सामानों की बिक्री हुई हुई। 3,000 करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद भी बिके। किराना की दुकानों पर सबसे अधिक झाड़ू बिके। लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियों, मिट्टी के दीये, सजावटी सामान की बिक्री भी अच्छी खासी देखी गई। इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के महासचिव सुरेंद्र मेहता ने कहा कि धनतेरस पर 42 टन सोने की बिक्री हुई।
गौरतलब बात है कि पिछले साल धनतेरस पर 39 टन सोना बिका था। चांदी की बात करें तो ऑल इंडिया ज्वेलर्स एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के मुताबिक, 400 टन चांदी के आभूषणों-सिक्कों की बिक्री हुई। वाहन बाजार में भी रौनक रहा। इस धनतेरस 2023 में 57 हजार वाहनों की बिक्री हुई है। मारुति सुजुकी के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी शशांक श्रीवास्तव ने बताया कि धनतेरस पर 55,000 से 57,000 वाहनों की डिलीवरी की गई है जो पिछले साल की तुलना में 21 फीसदी अधिक है। पिछली बार करीब 45,000 वाहनों की डिलीवरी हुई थी। धनतेरस के इस शानदार कारोबार से व्यापारियों में काफी खुशी है। उनका कहना है कि इस कारोबार से अर्थव्यवस्था को भी काफी फायदा हुआ है।