Hajj 2025: जम्मू-कश्मीर में हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं और इसका असर अब हज यात्रा पर भी नजर आने लगा है। (Hajj 2025) बुधवार यानी 14 मई को श्रीनगर से हज पर जाने वाले तीर्थयात्रियों का दूसरा जत्था सऊदी अरब के लिए रवाना हुआ। बीते कुछ दिनों से भारत-पाक तनाव के कारण हज फ्लाइट्स पर रोक लगा दी गई थी, लेकिन अब हालात काबू में आने के बाद उड़ानें फिर से शुरू कर दी गई हैं। इस बार जम्मू-कश्मीर से कुल 3,622 और लद्दाख से 242 श्रद्धालु हज यात्रा पर जा रहे हैं। इन यात्रियों की फ्लाइट श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से रवाना की जा रही हैं। पहले 4 मई से 15 मई तक कुल 11 उड़ानें संचालित की जानी थीं, लेकिन सुरक्षा कारणों से 7 फ्लाइट रद्द करनी पड़ी थीं। अब हालात सामान्य होने के बाद फिर से उड़ानों का संचालन शुरू किया गया है।

बता दें कि 4 मई को श्रीनगर से हज के लिए पहला जत्था रवाना हुआ था, जिसमें 178 तीर्थयात्री शामिल थे। लेकिन इसी बीच जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हो गया। इसके बाद भारत ने कड़ी कार्रवाई करते हुए “ऑपरेशन सिंदूर” शुरू किया और पाकिस्तान में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। (Hajj 2025) इस जवाबी कार्रवाई के बाद भारत-पाक के बीच एक बार फिर से तनाव का माहौल बन गया और सुरक्षा को देखते हुए 7 मई और 12 मई की हज फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा।
Hajj 2025: अब तीन फ्लाइट होंगी रवाना
जम्मू-कश्मीर हज कमेटी के कार्यकारी अधिकारी शुजात अहमद कुरैशी ने जानकारी दी है कि 14 और 15 मई को तीन हज फ्लाइट्स का संचालन किया जाएगा। (Hajj 2025) वहीं, जो फ्लाइट्स रद्द की गई थीं, उनके लिए नया शेड्यूल जल्द जारी किया जाएगा ताकि बाकी तीर्थयात्रियों को भी हज पर भेजा जा सके।

एयरपोर्ट फिर से खोले गए
पिछले कुछ दिनों में सुरक्षा एजेंसियों की सलाह पर श्रीनगर समेत कुछ एयरपोर्ट्स को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया था। एयरपोर्ट के आसपास के रूट भी कुछ समय के लिए सील कर दिए गए थे। लेकिन अब भारतीय वायुसेना (IAF) ने यह पुष्टि की है कि सीमा क्षेत्र में कोई संदिग्ध गतिविधि नहीं हो रही है। इसके बाद मंगलवार से एयरपोर्ट्स को दोबारा खोलने का फैसला लिया गया और हज फ्लाइट्स का संचालन भी शुरू हो गया है।
इस साल हज यात्रा 4 जून से 9 जून के बीच होने की संभावना है। सऊदी अरब में दुनियाभर के हज यात्री धीरे-धीरे पहुंचना शुरू कर चुके हैं। भारत से भी अलग-अलग राज्यों से फ्लाइट्स के जरिए तीर्थयात्री मक्का और मदीना के लिए रवाना हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर से रवाना हो रहे यात्रियों को पहले श्रीनगर में इकट्ठा किया गया, जहां से मेडिकल चेकअप और जरूरी प्रक्रिया के बाद उन्हें बोर्डिंग की इजाजत दी गई।