Lakhimpur
लखीमपुर खीरी 06 जुलाई। शनिवार को अपने निर्धारित भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात, उप्र दिनेश प्रताप सिंह जनपद खीरी पहुंचे, जहां उन्होंने मंडी परिषद, जिला उद्यान कार्यालय, शीत ग्रह का स्थलीय निरीक्षण किया। (Lakhimpur) उन्होंने विभागीय योजनाओं की गहन समीक्षा की और संबंधित को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने मंडी परिषद में निर्माण कार्यों की प्रगति देखी। गुणवत्तापरक कार्य किए जाने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि सभी मंडी परिसर में किसानों के बैठने,आराम करने हेतु एक सुसज्जित कक्ष तैयार किए जाए, जिसमें किसानों को सामान्य स्वागत, चाय-पानी आदि का इंतजाम हमेशा रहे। (Lakhimpur) उद्यान मंत्री ने निर्देश दिया कि मंडी परिषद की परिसंपत्तियों पर किसी भी प्रकार का अवैध कब्जा ना होने पाए। व्यापारियों के लिए निर्यात हेतु बेहतर सुविधाएं व प्रोत्साहन दें।
राज्यमंत्री ने जिला उद्यान कार्यालय का निरीक्षण किया। इस दौरान डीएचओ मृत्युंजय सिंह को निर्देश दिए कि सप्ताह में एक दिन क्षेत्र में निकलें और विभाग की योजनाओं का स्थलीय निरीक्षण करें। चौपाल के कार्यक्रम तय कर उद्यान विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी सरल भाषा में दी जाए, जिससे किसान यह समझ सकें कि उद्यान विभाग की ओर से उनके हित में क्या-क्या कार्य हो सकते हैं। किसानों को यह महसूस हो कि उद्यान विभाग किसानों के हित के लिए सक्रिय है। (Lakhimpur) उन्होंने वृक्षारोपण, विभिन्न विभागीय योजनाएं का लक्ष्य शत प्रतिशत पूरा करने के निर्देश दिए।
राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने जिले मे औद्यानिक फसलों में नगदीय फसले ज्यादा उगाने पर किसानों को प्रोत्साहित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्ट्रॉबेरी,ड्रैगन फ्रूट औषधीय फसलें,फूलों की खेती की खेती के लिए बल दिया। इसके बाद निजी क्षेत्र के शिवा कोल्ड स्टोरेज (शीत ग्रह) का निरीक्षण किया। उन्होंने कोल्ड स्टोरेज स्वामी और निकासी के दौरान मौजूद किसानों को आलू निकासी के लिए प्रोत्साहित किया। इससे किसानों को अच्छे दाम मिलने के साथ-साथ मंडी में इसकी आवक भी बनी रहेगी। डीएचओ को निर्देशित किया कि समय-समय पर कोल्ड स्टोरेज का निरीक्षण करके वहा आलू की अवैध जमाखोरी ना हो इसे सुनिश्चित करें। गत भंडारण वर्ष में आज की तारीख तक जितने प्रतिशत कोल्ड स्टोर से आलू की निकासी हुई थी। इस वर्ष भी उस अनुपात में निकासी हो। इसका अनुपालन का हर हालत में करने के निर्देश दिए।