Bihar News: बिहार में ‘सुशासन बाबू’ की नई सरकार आते ही क्या राज्य अपराधियों की चारागाह बन गया है? जिस प्रदेश को ‘क्राइम फ्री’ बनाने के बड़े-बड़े दावे किए गए थे, आज वहां की गलियां मासूमों और महिलाओं की चीखों से थर्रा रही हैं। नीतीश कुमार की सरकार भले ही चुप्पी साधे बैठी हो, लेकिन बिहार की सड़कों पर अपराधियों का तांडव इस बात की गवाही दे रहा है कि कानून का इकबाल अब खत्म हो चुका है।
चुनाव के दौरान सुरक्षा को लेकर किए गए लंबे-चौड़े वादे सत्ता की कुर्सी मिलते ही हवा हो गए हैं। (Bihar News) ताज़ा मामला पटना के मोकामा से सामने आया है, जिसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है। रात के अंधेरे में एक मेहनत-कश महिला के साथ जो हुआ, उसने न केवल सरकारी दावों की पोल खोल दी है, बल्कि राज्य की आधी आबादी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या वे अपने घर से बाहर सुरक्षित हैं? आइए जानते हैं मोकामा की उस रात की पूरी खौफनाक दास्तां जिसने पूरे बिहार को झकझोर दिया है।
Bihar News: रात का अंधेरा और बाइक सवारों का ‘तेजाबी’ वार
घटना रविवार की देर रात की है जब मोकामा के बाहरी इलाके में एक 40 वर्षीय महिला अपना ब्यूटी पार्लर बंद कर सुकून से घर लौट रही थी। वह दिन भर की थकान के बाद बस अपने परिवार के पास पहुंचने ही वाली थी कि अचानक पीछे से एक तेज रफ्तार बाइक आई। (Bihar News) उस पर सवार दो युवकों ने बिना कुछ सोचे-समझे महिला के चेहरे को निशाना बनाया और उस पर एसिड (तेजाब) फेंक दिया। महिला की चीख से पूरा इलाका गूंज उठा और जब तक आसपास के लोग मदद के लिए दौड़ते, अपराधी अंधेरे का फायदा उठाकर मौके से फरार हो गए। यह हमला इतना सुनियोजित था कि महिला को संभलने तक का मौका नहीं मिला।
अस्पताल में भर्ती और पुलिस की जांच का दावा
एसिड अटैक की खबर मिलते ही स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाई और गंभीर रूप से घायल महिला को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद बताया कि महिला के चेहरे पर चोटें आई हैं, लेकिन खुशकिस्मती से उसकी हालत खतरे से बाहर है। समय पर इलाज मिलने से एक बड़ी अनहोनी टल गई। इस बीच, बरह अनुमंडल के पुलिस उपाधीक्षक (एसडीपीओ) आनंद कुमार सिंह ने मोर्चा संभाला और पीड़िता का बयान दर्ज किया। पुलिस ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और इलाके के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा है ताकि उन नकाबपोश दरिंदों की पहचान की जा सके।
सुशासन पर उठते गंभीर सवाल
यह महिला पिछले कई वर्षों से मोकामा में अपना ब्यूटी पार्लर चला रही थी और समाज में उसकी अच्छी साख थी। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर भी उसे इस दरिंदगी का शिकार बनाया गया। इस घटना के बाद से स्थानीय महिलाओं में भारी गुस्सा और डर देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि जब एक कामकाजी महिला सुरक्षित नहीं है, तो सुशासन का दावा किस काम का? पुलिस ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष टीम तो गठित कर दी है, लेकिन सवाल वही है कि आखिर ये अपराधी इतने बेखौफ कैसे हो गए कि उन्हें पुलिस या कानून का कोई डर नहीं रहा?















