Brij Bhushan Sharan Singh: कैसरगंज से भाजपा के पूर्व सांसद और भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने शुक्रवार को राजनीति की मौजूदा स्थिति को लेकर अपना दर्द बयां किया। उन्होंने साफ कहा कि अब राजनीति में सब कुछ बदल गया है। न किसी के पास असली ताकत बची है और न ही जनप्रतिनिधियों की बातों का पहले जैसा असर रह गया है।
एक टीवी चैनल से बातचीत में बृजभूषण शरण ने कहा, “अब तो विधायक को अपने इलाके में छोटे-छोटे कामों के लिए भी जिलाधिकारी के पैरों पर गिरना पड़ता है। कई बार तो डीएम का पैर छूकर नमस्ते करनी पड़ती है, फिर भी पता नहीं होता कि काम होगा या नहीं। (Brij Bhushan Sharan Singh) जबसे सत्ता का सारा नियंत्रण एक जगह सिमट गया है, तब से जनप्रतिनिधि बिल्कुल बेबस हो गए हैं।”

Brij Bhushan Sharan Singh: मुलायम सिंह यादव के दौर को किया याद
उन्होंने यह भी कहा कि आज की तारीख में विधायकों की हालत इतनी कमजोर हो गई है कि ग्राम प्रधानों से भी कम सम्मान मिल रहा है। बृजभूषण ने मुलायम सिंह के समय को याद करते हुए कहा कि पहले विधायक की चिट्ठी पर तुरन्त एक्शन होता था। (Brij Bhushan Sharan Singh) एक दौर था जब मुख्यमंत्री को कोई पत्र भेजो तो डेढ़ घंटे में उसका जवाब और काम पूरा हो जाता था, लेकिन आज तो कोई सुनवाई ही नहीं होती। गौरतलब है कि बृजभूषण शरण सिंह के दोनों बेटे भी राजनीति में सक्रिय हैं। बड़े बेटे करण भूषण सिंह इस समय कैसरगंज से भाजपा सांसद हैं, जबकि छोटे बेटे प्रतीक भूषण सिंह गोंडा से विधायक हैं। ऐसे में बृजभूषण का यह बयान राजनीति के मौजूदा ढांचे और जनप्रतिनिधियों की घटती अहमियत को लेकर अहम माना जा रहा है।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब पूरा सिस्टम इस तरह से बन गया है कि असली ताकत सिर्फ कुछ ही हाथों में रह गई है। अगर वे ताकतें सही दिशा में काम करें तो सभी का भला हो सकता है, लेकिन अगर वही ताकतें चूक जाएं, तो नुकसान भी बड़ा होगा।