Delhi Air Pollution: नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का स्तर शुक्रवार को भी बेहद गंभीर बना रहा। ग्रैडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप-3) लागू होने के बाद भी निर्माण और तोड़फोड़ समेत कई चीजों पर लगी रोक से स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 440 और ग्रेटर नोएडा का AQI 494 दर्ज किया गया। दोनों शहरों में प्रदूषण का स्तर बेहद खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अगले तीन से चार दिन तक प्रदूषण के स्तर में सुधार की उम्मीद नहीं है। मौसम के जानकार महेश पलावत ने बताया कि दिन के समय हवा की रफ्तार 3 से 4 किमी प्रति घंटे की होती है। इससे धूल और धुएं के कण हट नहीं पाते हैं। इन कणों को हटाने के लिए हवा की 15 से 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार चाहिए है। अगले तीन से चार दिन तक इस रफ्तार से हवा चलने और बारिश होने के आसार कम हैं।
प्रदूषण के बढ़ते ग्राफ से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। आंखों में जलन और पानी आने की शिकायत भी लोग कर रहे हैं। हवा में घुले धूल और धुएं से बचने के लिए लोग मास्क का इस्तेमाल कर रहे हैं। इसके साथ ही प्रदूषण को कम करने के लिए लोग अपने स्तर पर भी प्रयास कर रहे हैं। सोसायटियों और सेक्टर में पानी का छिड़काव भी किया जा रहा है।
सेक्टर-50 क्षेत्र में स्थानीय निवासियों ने एक्यूआई 534 अंक तक दर्ज होने की जानकारी दी। पलूशन का ग्राफ कम नहीं होने से बीमार और बुजुर्गों ने दूसरे शहरों की ओर रुख करना शुरू कर दिया है। एनसीआर में लोगों को साफ हवा नहीं मिल पा रही है। आंकड़ों के हिसाब से ग्रेटर नोएडा ही हवा लोगों के लिए काफी खतरनाक है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण को कम करने के लिए 28 विभागों की टीमें और अधिकारी सक्रिय हैं। हालांकि, इन टीमों के प्रयासों से अभी तक कोई खास कमाल नहीं दिखा है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए सरकार को ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
Delhi Air Pollution: मॉनिटरिंग स्टेशन पर स्थिति
सेक्टर 62- 471
सेक्टर 125- 421
सेक्टर 1- 421
सेक्टर 116- 421
नॉलेज पार्क 3- 497
नॉलेज पार्क 5- 491
सुबह से शाम तक स्थित
सुबह 8 बजे: नोएडा- 424, ग्रेनो-468
सुबह 10 बजे: नोएडा- 423, ग्रेनो- 476
दोपहर 12 बजे: नोएडा- 438, ग्रेनो 481
शाम 4 बजे: नोएडा- 440, ग्रेनो-494