Sitapur News: नवरात्र के शुभ अवसर पर महमूदाबाद में माँ ज्वाला देवी जी की दिव्य ज्योति पूर्णनागिरी से लाकर माँ संकटा मंदिर में विराजमान कराई गई। नवरात्रि के पहले दिन मंगल कलश यात्रा के साथ ज्योति को बजाजा बाजार से रामकुंड चौराहा स्थित हनुमान मंदिर में दर्शन कराया गया और फिर वार्ड बेहटी को प्रस्थान किया गया।
कलश यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। (Sitapur News) भाजपा सांसद राजेश वर्मा, संतोष सिंह, मोहन बारी, चन्द्र भूषण शुक्ल, राम कुमार वर्मा, उर्फ नन्हा, आदि भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे। कलश यात्रा में शामिल श्रद्धालुओं ने माँ ज्वाला देवी से अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति की कामना की। उन्होंने कहा कि माँ भगवती सबकी मनोकामनाएं पूरी करें।
कलश यात्रा के बाद वार्ड बेहटी में माँ भगवती की नव दिन की पूजन की शुरुआत होगी।
Sitapur News: माँ ज्वाला देवी की उत्पत्ति कैसे हुई?
पौराणिक कथा अनुसार, जब शिव जी देवी सती के मृत शरीर को लेकर इधर-उधर भटक रहे थे तब इस जगह पर मां सती की जीभ गिरी थी। तभी से देवी मां ज्वाला के रूप में प्रकट होकर मंदिर में विराजमान हैं। जहां-जहां देवी के अंग गिरा था उस स्थान को शक्तिपीठ के रूप में पूजा जाता है।
नवरात्रि का महत्व
नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस दौरान नौ दिनों तक मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि को शक्ति की पूजा का पर्व भी कहा जाता है। इस दौरान लोग व्रत, उपवास, पूजा-पाठ और भजन-कीर्तन करते हैं।