UP Health Ranking: उत्तर प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी संसदीय (UP Health Ranking) क्षेत्र स्वास्थ्य मानकों में अपना जलवा बरकरार रखा हुआ है। जनवरी, 2024 में वाराणसी यूपी के स्वास्थ्य रैकिं डैशबोर्ड में शीर्ष स्थान पर है, जबकि स्वास्थ्य मानकों में उत्तर प्रदेश का औसत प्रदर्शन रहा। स्वास्थ्य रैंकिंग डैशबोर्ड जिले को 75 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ है, जबकि मौजूदा वित्तीय वर्ष वारणसी की 78 फीसदी रेटिंग रही है। स्वास्थ्य मानकों पर आधारित हिंदुस्तान टाइम्स की आई इस रिपोर्ट ने लोकसभा चुनाव से पहले कहीं हद तक भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए शुभ संकेत लेकर आई है।
वाराणसी ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में लगातार लगभग आठ महीनों तक सूची में अपना शीर्ष स्थान बरकरार रखा है। एचटी रिपोर्ट के अनुसार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी ने कहा कि जिला मजिस्ट्रेट और मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों का लगातार पालन करने के बाद जिले ने अपनी शीर्ष रैंकिंग बरकरार रखी है।
UP Health Ranking: यूपी की स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति
एचटी की रिपोर्ट के मुताबिक, हेल्थ रैंकिंग डैशबोर्ड में जनवरी में उत्तर प्रदेश की उपलब्धि जनवरी में 58% रही। जबकि चालू वित्तीय वर्ष में अब तक राज्य का प्रदर्शन 62 फीसदी रहा। वाराणसी डैशबोर्ड में प्रदर्शन की गणना के लिए उपयोग किए गए सभी 16 संकेतकों में उत्कृष्टता हासिल करने में कामयाब रहा ब्लॉक स्तर पर मासिक स्वास्थ्य रैंकिंग डैशबोर्ड की बात करें तो जिले का बड़ागांव पीएचसी पहले स्थान पर हैं। सेवापुरी पीएचसी ने सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है। उसके बाद आराजीलाइन सीएचसी, हरहुआ पीएचसी, मिसिरपुर (काशी विद्यापीठ) सीएचसी, पिंडरा पीएचसी, चोलापुर सीएचसी, चिरईगांव पीएचसी और शहरी इकाई रहे।
इन आधारों पर तैयार होती स्वास्थ्य रैकिंग
बता दें कि गर्भावस्था में एचआईवी परीक्षण, घर पर नवजात शिशु की देखभाल, परिवार नियोजन के अस्थायी साधन (अंतरा, छाया, कॉपर-टी) जैसे कई संकेतकों पर जिलों के प्रदर्शन का ट्रैक रिकॉर्ड रखकर हर महीने यूपी जिलों की स्वास्थ्य रैकिंग तैयार की जाती है। इसके अलावा पीपीआईयूसीडी और आईयूसीडी और सीजेरियन डिलीवरी, सीएचसी डिलीवरी के बिंदु भी शामिल होते हैं। इन सभी मामलों में वाराणसी शीर्ष स्थान बनाए हुए है। इतना ही नहीं, पिछले कुछ महीनों से वाराणसी ने सीजेरियन डिलीवरी, प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का संपूर्ण टीकाकरण और परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों और सीएचसी में प्रसव के सापेक्ष आशा कार्यकर्ताओं की उपलब्धता जैसी सेवाओं में भी अच्छा प्रदर्शन किया है।