Asaduddin Owaisi: अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार देर रात गोली मारकर हत्या कर दी गई. तीन हमलावरों ने पुलिस की मौजूदगी में कई राउंड फायरिंग की और अतीक अहमद के साथ-साथ अशरफ को भी मौत के घाट उतार दिया. इस बीच एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए शायराना अंदाज में ट्वीट किया है.
इसके लिए उन्होंने फैज़ अहमद फैज़ की एक नज़्म शेयर की है और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं. (Asaduddin Owaisi) उन्होंने पूछा कि कानून का राज है या बंदूक का? उन्होंने ट्वीट में लिखा, ”तुझे कितनों का लहू चाहिए ऐ अर्ज़-ए-वतन, जो तेरे आरिज़-ए-बेरंग को गुलनार करें. कितनी आहों से कलेजा तेरा ठंडा होगा, कितने आंसू तेरे सहराओं को गुलज़ार करें. तेरे ऐवानों में पुर्ज़े हुए पैमां कितने…”.
ओवैसी लगातार इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे हैं. उन्होंने ये भी कहा है कि वह उत्तर प्रदेश का दौरा जरूर करेंगे. वो मरने के लिए भी तैयार हैं. उनका कहना है कि कट्टरवाद को रोकने की जरूरत है. उन्होंने तंज कसते हुए कहा, प्यार किया तो डरना क्या.
सुप्रीम कोर्ट जांच कमेटी गठित करे: ओवैसी
इसी के साथ असदुद्दीन ओवैसी ने मामले में सुप्रीम कोर्ट से जांच कमेठी गठित करने की मांग की है. उन्होंने कहा है कि कोर्ट की निगरानी में इस हत्याकांड की जांच होनी चाहिए. इसी के साथ उन्होंने ये भी कहा है कि जांच टीम में यूपी का काई अधिकारी न हो.
‘अतीक अहमद और अशरफ की हत्या कानून व्यवस्था की नाकामी’
इससे पहले 15 अप्रैल की रात को भी ओवैसी ने मामले पर ट्वीट किया था और अतीक और अशरफ की हत्या को सीएम योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी बताया था. उन्होंने ट्वीट में कहा था, कि अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे और उन्हें हकड़ियां लगी थीं. जय श्री राम के नारे भी लगाए गए. दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है. ओवैसी ने ट्वीट में ये भी कहा था कि एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं.
इससे पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी मामले पर प्रतिक्रिया दी थी और पुलिस के सख्त सुरक्षा घेरे पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने ट्वीट में लिखा, राज्य में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद. इसी के साथ उन्होंने सवाल उठाया था कि अगर इतने सख्स पुलिस के सुरक्षा घेरे के बावजूद किसी को सरेआम मारा जा सकता है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या? लोगों के बीच डर का माहौल है और ऐसा लग रहा है कि कुछ लोग जानबूझकर ऐसा माहौल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.
बता दें, अतीक अहमद और अशरफ की हत्या प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज के पास हुई थी. पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच दोनों भाई मीडिया से बात कर रहे थे तभी तीन हमलावरों ने उनपर गोली चला दी.अतीक अहमद और अशरफ को मेडिकल जांच के लिए अस्पताल लाया गया था. दोनों को सिर पर गोली मारी गई. हमला करने के तुरंत बाद तीनों हमलावरों ने सरेंडर कर दिया.