Ayodhya: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने जा रही है. यह हिंदुओं के लिए एक ऐतिहासिक दिन होगा, जिसका इंतजार सदियों से किया जा रहा है. लेकिन इस मामले में राजनीति भी हो रही है. विपक्षी दलों का आरोप है कि बीजेपी राम मंदिर के जिए राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश कर रही है.
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का कहना है कि वो भी 22 जनवरी को भगवान राम की पूजा करेंगे, फर्क सिर्फ इतना है कि ये पूजा अयोध्या में नहीं बल्कि महाराष्ट्र के नासिक में गोदावरी नदी पर कालाराम मंदिर में होगी. राम मंदिर का निर्माण एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम है, जो हिंदू-मुस्लिम एकता को मजबूत करने में मदद कर सकता है. लेकिन इस मामले में राजनीति से ऊपर उठकर सबको मिलकर इस ऐतिहासिक दिन को मनाना चाहिए.
राम मंदिर के निर्माण में कई लोगों ने अपना योगदान दिया है. (Ayodhya) इसमें साधु-संतों, राजनेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और आम लोगों का भी योगदान शामिल है. यह सभी लोग भारत के लिए एक ही लक्ष्य के लिए एकजुट हुए थे.
अब जब राम मंदिर बनकर तैयार हो गया है, तो हमें इस ऐतिहासिक दिन को राजनीति से ऊपर उठकर मनाना चाहिए. (Ayodhya) हमें इस दिन को हिंदू-मुस्लिम एकता का प्रतीक बनाना चाहिए. हम सभी को मिलकर राम मंदिर के निर्माण में लगे लोगों का आभार व्यक्त करना चाहिए. हमें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि राम मंदिर सभी के लिए समान रूप से खुला हो. राम मंदिर का निर्माण भारत के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है. यह भारत की धार्मिक विविधता और सहिष्णुता का प्रतीक है. यह हमें यह भी याद दिलाता है कि हम सभी एक ही परिवार के सदस्य हैं.
Ayodhya: ‘राम को अयोध्या से उम्मीदवार घोषित करने की देर’
इसके अलावा शिवसेना सांसद संजय राउत ने भी हाल ही में राम मंदिर को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी ने भगवान राम का किडनेप कर लिया है. (Ayodhya) राउत ने कहा ता कि जिस तरह से बीजेपी राम के नाम पर राजनीतिक कर रहे हैं उससे लगता है कि पार्टी अब जल्द ही भगवान राम को चुनावों अयोध्या से उम्मीदवा घोषित करेगी.
‘राम मंदिर आंदोलन में शिवसेना का योगदान’
राम मंदिर पर योगदान पर को लेकर उद्धव ने देवेन्द्र फडणवीस पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि फडणवीस अज्ञानी हैं, जो कह रहे हैं कि राम मंदिर में शिवसेना का कोई योगदान नहीं है. उन्होंने कहा कहा कि कोर्ट में जो मुकदमा चला है उसमें कई सारे शिवसैनिकों के नाम हैं. उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन में उनकी पार्टी का भी अहम योगदान था.