Ayodhya: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के साथ अयोध्या का गहरा संबंध है। दोनों शहरों के बीच संस्कृति, इतिहास और अर्थव्यवस्था का गहरा नाता है। हाल के वर्षों में, अयोध्या में विकास की गति तेज हुई है। इस विकास में लखनऊ की सलाह और मार्गदर्शन का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
2023 में, उत्तर प्रदेश ने ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट और जी-20 सम्मेलन की मेजबानी की थी। (Ayodhya) इन दोनों आयोजनों के लिए लखनऊ को भव्य रूप से सजाया गया था। इस दौरान अयोध्या की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक छवि को भी प्रदर्शित किया गया था। अयोध्या के राम मंदिर, हनुमानगढ़ी और अन्य धार्मिक स्थलों को आकर्षक रूप से सजाया गया था। इन आयोजनों में शामिल हुए विदेशी मेहमानों को अयोध्या की संस्कृति और विरासत से रूबरू कराया गया था।
इन आयोजनों से अयोध्या के प्रति दुनिया भर में जागरूकता बढ़ी है। अयोध्या को एक अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए सरकार प्रयासरत है। इस दिशा में, लखनऊ का अनुभव अयोध्या के लिए बहुत मददगार साबित हो रहा है।
लखनऊ एक आधुनिक और विकसित शहर है। यह शहर अपने बेहतरीन बुनियादी ढांचे, साफ-सफाई और सुरक्षा के लिए जाना जाता है। अयोध्या में भी इन सुविधाओं को विकसित करने पर ध्यान दिया जा रहा है। (Ayodhya) अयोध्या में नए सड़कों, रेलवे स्टेशनों, हवाई अड्डों और अन्य बुनियादी ढांचे का निर्माण किया जा रहा है। अयोध्या की सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की जा रही है।
इन प्रयासों से अयोध्या एक बेहतर और आधुनिक शहर के रूप में उभर रहा है। आने वाले वर्षों में, अयोध्या दुनिया भर के पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख आकर्षण बनने की संभावना है।
यहां कुछ विशिष्ट पहल हैं जिन पर लखनऊ की सलाह पर अयोध्या में ध्यान दिया जा रहा है:
पर्यटन विकास: अयोध्या में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाओं पर काम किया जा रहा है। इन योजनाओं में नए पर्यटन स्थलों का विकास, पर्यटन सुविधाओं में सुधार और पर्यटन प्रचार शामिल हैं।
बुनियादी ढांचा विकास: अयोध्या में बुनियादी ढांचे के विकास पर भी जोर दिया जा रहा है। (Ayodhya) इन विकास कार्यों में सड़कों, रेलवे, हवाई अड्डों, बिजली, पानी और सीवरेज जैसी सुविधाओं का विस्तार शामिल है।
सुरक्षा: अयोध्या में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाने पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इस दिशा में, पुलिस बलों की संख्या बढ़ाने, आधुनिक सुरक्षा उपकरणों की खरीद और सुरक्षा गार्डों के प्रशिक्षण पर जोर दिया जा रहा है।
इन पहलों से अयोध्या एक विकसित और सुरक्षित शहर के रूप में उभरने की संभावना है। यह शहर दुनिया भर के पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक आकर्षण बनेगा।
Ayodhya: बताया, कैसे संवारा था राजधानी को
नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह और अपर नगर आयुक्त अवनींद्र सिंह तीन दिन पहले अयोध्या गए थे। (Ayodhya) नगर आयुक्त तो उसी दिन लौट आए, लेकिन अपर नगर आयुक्त तीन दिन बाद आए। उन्होंने बताया कि अयोध्या नगर निगम प्रशासन को जानकारी दी गई कि जी-20 और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान कैसे व्यवस्थाएं कीं। किन एजेंसियों को लगाया था। उद्यान अधीक्षक गंगाराम गौतम ने बताया कि अयोध्या में चौराहे और सड़क पर कैसे फूलों, गमलों से सजावट कर सकते हैं।
लापरवाह कंपनी भी पहुंच गई अयोध्या
लखनऊ नगर निगम में ठेके पर सफाई करने वाली एक लापरवाह कंपनी भी अयोध्या में काम कर रही है। जानकारों ने बताया कि यह दो-तीन महीने से जुगाड़ से वहां काम कर रही है। उसे 1500 कर्मचारी लगाने का ठेका मिला है। लखनऊ में इस कंपनी को आए दिन काम में लापरवाही पर नोटिस तो जारी होते ही रहे, जुर्माना भी लगाया जाता रहा। कंपनी अयोध्या में भी लापरवाही बरत सकती है।