Chitrakoot News : भगवान राम की तपोभूमि धर्मनगरी चित्रकूट में बीती रात मौसम में बदलाव के बाद जोरदार बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। एमपी सीमा से सटे यूपी के ज्यादातर गांव ओलावृष्टि से प्रभावित हुए। मुख्यालय कर्वी में भी बारिश के साथ ओले गिरे। जिससे रबी की फसल सरसों, मसूर, अरहर, चना, मटर के साथ ही गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है।
Chitrakoot News : ओलावृष्टि से किसानों की बढ़ी चिंता
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बता दें कि एक दिन पहले ही सोमवार को आसमान में बदली छा गई थी। इसको देखते हुए बारिश के साथ ही ओलावृष्टि की संभावना दिखने लगी थी। आधी रात के बाद धर्म नगरी में तेज गर्जना के साथ बारिश की शुरुआत हुई। रात करीब 2:30 बजे तेज हवा के साथ ओले गिरे। मुख्यालय कर्वी में करीब 10 मिनट तक लगभग 20 ग्राम वजन के ओले गिरने से आसपास के इलाकों में फसलों को भारी नुकसान हुआ। बताते हैं कि एमपी सीमा से सटे यूपी क्षेत्र के चित्रकूट व भरतकूप इलाके के लगभग दो दर्जन गांवों में काफी बड़े-बड़े ओले गिरने से खासकर सरसों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है।
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Chitrakoot News : रबी की फसलों को हुआ नुकसान
यही हाल मानिकपुर इलाके में भी बताया जा रहा है। इस इलाके के ऊंचाडीह में 10 मिनट तक ओले गिरे। इसी तरह मऊ गुर्दरी में कई मिनट ओलावृष्टि हुई। मारकुंडी में हल्की बारिश होने से फसलें बच गई है। हनुवा, गढ़चपा में केवल बारिश हुई है। ओलावृष्टि से सरसों की फसल को काफी नुकसान बताया जा रहा है। प्रगतिशील किसान योगेश जैन के मुताबिक जिन इलाकों में ओलावृष्टि हुई है.
वहां पर सरसों की फसल को करीब 80 फ़ीसदी नुकसान हुआ है। इसके अलावा चना, मसूर, मटर व अरहर के फूल झड़ गए हैं। गेहूं की फसल में भी 20 फ़ीसदी तक नुकसान है। बताया कि ओलावृष्टि से फसलों को अत्यधिक नुकसान हुआ है। उप कृषि निदेशक राजकुमार ने बताया कि भरतकूप, मानिकपुर व मऊ इलाके में बारिश के साथ ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान की जानकारी मिली है। राजापुर इलाके में केवल बारिश बताई गई है। विभागीय कर्मचारियों के जरिए हर गांव से नुकसान की रिपोर्ट मांगी जा रही है।