CoWin Certificate : कोरोना टीकाकरण के लिए जारी किए गए “कोविन” प्रमाणपत्रों से पीएम मोदी की फोटो को हटा दिया गया है। आमतौर पर स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए इन टीकाकरण प्रमाणपत्रों में पीएम मोदी की छवि के साथ ये स्लोगन भी होता है – “एक साथ मिलकर, भारत कोरोना को हरा देगा।” मंत्रालय ने ये स्लोगन नहीं हटाया है लेकिन पीएम मोदी का नाम हटा दिया गया है।
इत्तेफाक से दो दिन पहले ही खबर आई थी कि ब्रिटिश फार्मास्युटिकल दिग्गज एस्ट्राजेनेका ने अदालत में स्वीकार किया है कि उसके कोरोना टीके से प्लेटलेट काउंट कम हो सकता है और रक्त के थक्के से संबंधित गम्भीर दुष्प्रभाव हो सकता है। ये खबर आने के बाद भारत में कई लोगों ने यह देखने के लिए अपने वैक्सीन प्रमाणपत्र की जाँच की कि क्या उन्होंने वही टीका लिया है।

CoWin Certificate : ये है वजह
तो क्या वैक्सीन सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की तस्वीर हटाए जाने की वजह एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के साइड इफेक्ट की खबरें थीं? जवाब न है।

सच्चाई ये है कि लोकसभा चुनाव से पहले आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद विभिन्न प्लेटफार्मों से पीएम मोदी की तस्वीरें हटा ली गईं। यह पहला मौका नहीं है जब पीएम मोदी की तस्वीर हटाई गई हो, पिछले कुछ सालों में विभिन्न राज्यों में विधानसभा चुनावों के दौरान आचार संहिता लागू होने तक पीएम मोदी की तस्वीरें हटाई गई थीं।

CoWin Certificate : कोविन सर्टिफिकेट से पीएम मोदी की फोटो हटी

स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कहा है कि मौजूदा लोकसभा चुनावों के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण वैक्सीन प्रमाणपत्रों से मोदी की तस्वीर हटा दी गई है। अगस्त 2021 में राज्यसभा में दिए गए एक लिखित जवाब में तत्कालीन स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री, भारती प्रवीण पवार ने कहा था – “टीकाकरण प्रमाणपत्रों में प्रधान मंत्री के संदेश के साथ तस्वीर व्यापक जनहित में, टीकाकरण के बाद भी कोरोना उचित व्यवहार का पालन करने के महत्व के बारे में जागरूकता के संदेश को पुष्ट करती है।”दिलचस्प बात यह है कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जो वैक्सीन प्रमाणपत्र पर अपने नेता की छवि का उपयोग करता है।