Free Ration Scheme: अगर आप राशन कार्ड के लाभार्थी हैं तो आपके लिए खुशखबरी वाली खबर आई है। दरअसल, अब लोगों को पांच के लिए और मुफ्त में राशन मिलेगा। केंद्र की मोदी सरकार ने देश भर में अनुमानित 80 करोड़ गरीब व्यक्तियों को प्रधान मंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत मुफ्त राशन मुहैया कराने को पांच साल के लिए और बढ़ा दिया है। यानी मोदी सरकार पीएमजीकेएवाई के तहत दिसंबर 2028 तक राशन कार्ड लाभार्थियों को मुफ्त में राशन प्रदान करेगी। बता दें कि पीएम मोदी ने इस बात की घोषणा बीते दिनों छत्तीसगढ़ के एक चुनावी रैली में की थी, जिसके बाद 29 नवंबर को केंद्रीय कैबिनेट बैठक में इसको बढ़ाने पर फैसला लिया।
Free Ration Scheme: 1 जनवरी से शुरू होगी योजना
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मीडिया से करते हुए बीते बुधवार को कहा पीएमजीकेएवाई पहल के विस्तार से सरकारी खजाने पर 11.8 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस योजना का विस्तार का कार्यान्वयन 1 जनवरी, 2024 से शुरू होगा, जो अगले पांच साल दिसबंर, 2028 तक चलेगा। मतलब सरकार अगले पांच लोगों को एक बार फिर से मुफ्त में राशन देने जा रही है। इससे राशन कार्ड के लाभार्थियों के बीच खुशी की लहर दौड़ पड़ी है।
पीएमजीकेएवाई को कोरोना काल के दौरान लोगों को मुफ्त में राशन उपल्बध कराने के लिए तीन महीने की अवधि के लिए साल 2020 में लॉन्च किया गया था। इसके बाद यह योजना समय समय पर बढ़ती गई। पिछले साल दिसंबर, 2022 में सरकार ने इस योजना को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के साथ एकीकृत करने का निर्णय लिया। एनएफएसए में दो श्रेणियां शामिल हैं, जो कि अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और प्राथमिकता वाले घर हैं, इसमें ग्रामीण इलाके में रहने वाले लोगों को 75 फीसदी राशन और शहरी इलाके में रहने वाले लोगों को 50 फीसदी राशन मुहैया करवाया जा रहा है। इस योजना के तहत गरीब परिवारों को 5 किलो खाद्यान्न का मासिक आवंटन मिलता है। वहीं, एनएफएसए के तहत निर्धारित 2-3 रुपये प्रति किलोग्राम के बीच सब्सिडी वाले राशन के पूरक के रूप में पांच किलोग्राम खाद्यान्न का मासिक प्रावधान दिया गया था।
Free Ration Scheme: ये लोग उठा सकते हैं फायदा
पीएमजीकेएवाई योजना मुख्य रूप से अंत्योदय अन्न योजना (एएवाई) और प्राथमिकता वाले परिवारों (पीएचएच) के अंतर्गत आने वाले परिवारों मुफ्त में राशन मुहैया करवाती है। इसके अलावा चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने वाले व्यक्तियों जैसे विधवाओं, असाध्य रूप से बीमार व्यक्तियों, विकलांग व्यक्तियों, या 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के लोगों के पास निर्वाह के सुनिश्चित साधनों की कमी वाले परिवार भी इसके दायरे में शामिल हैं।
वहीं, आदिम आदिवासी परिवार, भूमिहीन खेतिहर मजदूर, ग्रामीण कारीगर और अनौपचारिक क्षेत्र में आजीविका कमाने वाले व्यक्ति, जिनमें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले, रिक्शा चालक और कुली भी इस योजा में शामिल हैं। गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले और एचआईवी से प्रभावित व्यक्तियों के परिवारों को भी इस कार्यक्रम के माध्यम से मुफ्त राशन दिया जाता है।
Free Ration Scheme: योजना के लाभ
मुफ्त राशन योजना के कई लाभ हैं। यह गरीब परिवारों को भोजन की सुरक्षा प्रदान करती है और उन्हें खाद्य संकट से बचाती है। यह योजना गरीबी और असमानता को कम करने में भी मदद करती है। इसके अलावा, यह योजना आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देती है क्योंकि यह गरीब परिवारों को अपनी आय बढ़ाने के लिए अधिक समय और संसाधन प्रदान करती है।