Hardoi News: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उत्तर प्रदेश में 100 करोड़ रुपये के छात्रवृत्ति घोटाले की जांच में एक बड़ी सफलता हासिल की है। एजेंसी ने हरदोई जिले में स्थित एक फार्मेसी संस्थान के चेयरमैन राम गोपाल को गिरफ्तार किया है।
ईडी ने एक बयान में कहा कि गोपाल को शुक्रवार को हिरासत में लिया गया था और शनिवार को लखनऊ स्थित विशेष पीएमएलए (धन शोधन रोकथाम अधिनियम) अदालत ने उन्हें सात दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
Hardoi News: यूपी का छात्रवृत्ति घोटाला
ईडी के मुताबिक, गोपाल पर आरोप है कि उन्होंने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के लिए रिश्वत ली थी। (Hardoi News) इस घोटाले में अब तक पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
छात्रवृत्ति घोटाला वर्ष 2022 में तब सामने आया था जब राज्य सरकार ने 100 करोड़ रुपये की छात्रवृत्ति योजना शुरू की थी। इस योजना के तहत गरीब परिवारों के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति दी जानी थी।
ईडी ने इस मामले में जांच शुरू की और पाया कि कई फर्जी छात्रवृत्ति आवेदन किए गए थे। इन आवेदनों में गलत जानकारी दी गई थी और छात्रों के पास जरूरी योग्यताएं भी नहीं थीं।
ईडी ने आरोप लगाया है कि गोपाल ने इन फर्जी आवेदनों को स्वीकृत करने के लिए रिश्वत ली थी। इस रिश्वत के बदले में उन्हें छात्रवृत्ति के पैसे का कुछ हिस्सा दिया जाता था।
आरोपियों की संपत्ति कुर्क की
ईडी ने इस मामले में आरोप पत्र दायर दाखिल किया है और अब तक विभिन्न आरोपियों की 6 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की संपत्ति कुर्क की है. यह छात्रवृत्ति अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी), पीएच (शारीरिक रूप से अशक्त) छात्रों और अल्पसंख्यक समुदायों तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों (ईडब्ल्यूएस) के छात्रों की शिक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा प्रदान की जाती है.
ईडी इस मामले में आगे की जांच कर रही है।