Karnataka News: कर्नाटक के हासन इलाके में स्थित हसनम्बा मंदिर से दिलदहला देने वाली घटना सामने आई है. जानकारी के मुताबिक, मंदिर में करंट फैलने से भगदड़ मच गई. भगदड़ में 20 श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से एक की हालत गंभीर है.
बताया जा रहा है कि मंदिर में अचानक एक बिजली का तार टूट गया और खंभों से जाकर छू गया. (Karnataka News) अम्मा देवी मां के दर्शन के लिए लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को जब झटका लगा तो वह इधर-उधर भागने लगे. भगदड़ के दौरान महिलाएं और युवतियां जमीन पर गिर गईं.
बता दें कि वार्षिक हसनम्बा यात्रा महोत्सव 2 से 14 नवंबर तक आयोजित किया जा रहा है. (Karnataka News) राज्य भर से हजारों भक्त प्रतिदिन मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं. शुक्रवार सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर में लगी हुई थी. लाइन में लगकर श्रद्धालु देवी मां का दर्शन कर रह थे. इसी बीच बिजली का तार टूटकर मंदिर के खंभों को छू गया, जिससे खंभों के पास लाइन में खड़े श्रद्धालुओं को करंट का झटका लगा.
करंट का झटका लगते ही महिला श्रद्धालुओं में भगदड़ मच गई. वह एक-दूसरे पर टूट पड़ीं और भागने लगीं. इस दौरान कई श्रद्धालु जमीन पर गिर पड़े और घायल हो गए. मंदिर की सुरक्षा-व्यवस्था में लगी पुलिस टीम ने स्थिति को सामान्य करते हुए घायलों को भीड़ से बाहर निकाला और एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया. करीब 20 श्रद्धालु घायल हुए हैं. इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है.
सूचना मिलने पर हासन जिले के एसपी मोहम्मद सुजीत ने घटनास्थल का निरीक्षण किया. एसपी मोहम्मद सुजीत ने बताया, “दोपहर करीब 1.30 बजे, बिजली का टूटा हुआ तार लटक रहा था, तभी लोग उसकी चपेट में आ गए. इस दौरान झटका लगने से लोग घबरा गए और भागने लगे. अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और जांच कर रहे हैं. कुछ लोगों को अस्पताल भेजा गया है. डॉक्टरों ने स्पष्ट किया है कि सभी घायल खतरे से बाहर हैं. ज्यादा भीड़ होने की वजह से दर्शन के लिए समय कम मिल रहा है. फिलहाल सब कुछ व्यवस्थित कर लिया गया है.”
Karnataka News: भक्तों ने मंदिर में दर्शन व्यवस्था पर जताई नाराजगी
वहीं अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सभी घायलों की हालत स्थिर है. एक श्रद्धालु ने कहा कि कतार में खड़े कुछ लोगों को करंट लग गया. (Karnataka News) इससे वहां पर भगदड़ मच गई. मंदिर में श्रद्धालुओं के दर्शन की उचित व्यवस्था नहीं है. सारा इंतजाम सिर्फ राजनेताओं, सिनेप्रेमियों और बड़ी हस्तियों के लिए किया गया है. लोगों ने इस बात पर नाराजगी जताई है कि उन्हें अम्मा देवी के दर्शन के लिए लाइन में लग कर जाना पड़ता है. वहीं अब मिली जानकारी के मुताबिक, मंदिर प्रशासन ने सब कुछ नियंत्रित कर लिया है और अब भक्तों को दोबारा दर्शन कराने की व्यवस्था कर रहा है.
घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने की ये कार्रवाई
घटना के बाद मंदिर प्रशासन ने कई कदम उठाए हैं. मंदिर के मुख्य पुजारी ने कहा कि सभी घायलों के इलाज का खर्च मंदिर प्रशासन वहन करेगा. इसके अलावा, मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा. साथ ही, भक्तों के लिए दर्शन की व्यवस्था में भी सुधार किया जाएगा. घटना की निंदा करते हुए कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि यह बहुत दुखद घटना है. उन्होंने कहा कि घायलों के इलाज का खर्च राज्य सरकार वहन करेगी. बोम्मई ने मंदिर प्रशासन से घटना की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है.
इस घटना से एक बार फिर मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं. सरकार और मंदिर प्रशासन को चाहिए कि वह मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करें ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों.