Maharashtra News: महाराष्ट्र से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां सत्तारूढ़ गठबंधन के दो नेताओं के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि ताबड़तोड़ गोलियां चल गईं। बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ ने शिवसेना शिंदे गुट के नेता को गोलियों से भून डाला। हैरान कर देने वाली बात ये है कि घटना पुलिस स्टेशन के अंदर हुई। घटना को लेकर हड़कंप मचा हुआ है।
बीजेपी विधायक की गोलियों से हुए जख्मी शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ को आननफानन में अस्पताल में एडमिट कराया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं, आरोपी भाजपा विधायक को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। घटना शुक्रवार देर रात की है। दोनों नेताओं के बीच लंबे समय से जमीनी विवाद चल रहा है।
महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम सह गृह मंत्री देवेंद्र फडनवीस ने घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। घटना की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की है, जिनमें आरोपी विधायक समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जानकारी के मुताबिक, आरोपियों पर हत्या का प्रयास, आपराधिक साजिश और आर्म्स एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
Maharashtra News: आरोपी विधायक बोले – ‘कोई पछतावा नहीं’
इस घटना पर आरोपी बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ी की पहली प्रतिक्रिया आई है। स्थानीय न्यूज चैनल से बात करते हुए उन्होंने कहा, हां, मैंने उसे खुद गोली मारी है। मुझे कोई पछतावा नहीं है। अगर मेरे बेटे को पुलिस स्टेशन के अंदर पुलिस के सामने पीटा जा रहा है, तो मैं क्या करूंगा ? विधायक ने पांच राउंड फायरिंग करने का दावा किया।
कल्याण पूर्व विधायक ने सीएम एकनाथ शिंदे पर हमला बोलते हुए कहा कि वह राज्य में अपराधियों का साम्राज्य बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यदि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री रह गए तो महाराष्ट्र में केवल अपराधी पैदा होंगे। आज उन्होंने मुझ जैसे भले आदमी को अपराधी बना दिया। बता दें कि गोलीबारी में जख्मी महेश गायकवाड़ कल्याण पूर्व से ही शिवसेना के नगरसेवक हैं और सीएम शिंदे के काफी नजदीकी बताए जाते हैं।
बीजेपी विधायक ने मारी चार गोली
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ और शिवसेना के उल्हासनगर शहर प्रमुख महेश गायकवाड़ अपने-अपने समर्थकों के साथ हिललाइन पुलिस स्टेशन पहुंचे थे। दोनों किसी विवाद के सिलसिले में यहां पहुंचे थे। इसी दौरान दोनों पक्षों के बीच बहस तेज हो गई और गणपत गायकवाड़ ने शिवसेना नेता और उनके साथियों पर गोली बरसा दी।
डीसीपी सुधाकर पठारे ने कहा कि बीजेपी विधायक गणपत गायकवाड़ ने शिवसेना नेता महेश गायकवाड़ और उनके लोगों पर चार राउंड फायरिंग की। जिसमें महेश गायकवाड़ और उनके दोस्त राहुल पाटिल बुरी तरह घायल हो गए। दोनों को दो-दो गोलियां लगी हैं। देर रात 11 बजे दोनों नेताओं को उल्हासनगर के मीरा अस्पताल ले जाया गया मगर हालत गंभीर होने के कारण दोनों नेताओं को ठाणे के जुपिटर अस्पताल में भर्ती कराया गया।
संजय राउत ने सीएम शिंदे से मांगा इस्तीफा
उल्हासनगर गोलीकांड ने महाराष्ट्र में सियासी भूचाल ला दिया है। सत्तारूढ़ गठबंधन के दो पार्टियों के नेता जिस तरह पुलिस स्टेशन के अंदर आमने-सामने हुए उसने विपक्ष को सरकार के खिलाफ बड़ा मुद्दा थमा दिया है। शिवसेना यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने सीधे मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को निशाने पर लेते हुए कहा कि घटना सीएम के गृह जिले ठाणे की है। विधायक बोलता है कि मुझे मुख्यमंत्री ने गोली चलाने के लिए मजबूर किया है।
अगर ऐसा सत्तारूढ़ दल का विधायक ऐसा बयान देता है तो मुख्यमंत्री को इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहेंगे तो केवल गुंडे पैदा होंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय गुंडों का अड्डा बन गया है, मुझे डर है कि किसी दिन सीएम ऑफिस में भी गोली चलेगी। वहीं, राज्य के एक और डिप्टी सीएम एवं एनसीपी नेता अजित पवार ने गोलीकांड पर कहा कि जनप्रतिनिधियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि संविधान ने जो उन्हें अधिकार दिया है, उसका कहीं दुरूपयोग न हो। नियम-कायदे सबके लिए एक जैसे हैं। उन्होंने आगे कहा कि वह इस मामले पर देवेंद्र फडनवीस से चर्चा करेंगे।
घटना को लेकर पूरे शहर में सनसनी मची हुई है। जिस अस्पताल में दोनों शिवसेना शिंदे गुट के नेताओं को भर्ती कराया गया है, वहां उनके समर्थक भारी संख्या में मौजूद हैं। तनावपूर्ण स्थिति को देखते हुए भारी संख्या मे पुलिसफोर्स की तैनाती की गई है। बता दें कि आरोपी भाजपा नेता गणपत गायकवाड़ तीन बार के विधायक हैं। वह दो बार कल्याण पूर्व सीट से निर्दलीय विधायक रहे। वहीं, 2019 में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत हासिल की थी।