NEET Paper Leak Case : नीट परीक्षा परिणाम में हुई गड़बड़ी को लेकर विरोध जताते हुए कांग्रेस की स्टूडेंट विंग एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के आवास के बाहर प्रदर्शन किया है। बीते दिनों भी NSUI ने शिक्षा मंत्री के घर का घेराव किया था। जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।
एक तरफ जहां देश में अलग-अलग जगहों पर नीट पेपर में हुई गड़बड़ी को लेकर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ यह मामला मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच चुका है। आज सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए नीट काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। साथ ही केंद्र सरकार और एनटीए को नोटिस भी जारी किया है।
NEET Paper Leak Case : धारा 144 के उल्लंघन का लगा आरोप

बीते 15 जून को NSUI ने शिक्षा मंत्री के घर के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। उसके बाद पुलिस ने उनपर कानून का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज किया। दरअसल, एनएसयूआई के छात्र नेताओं के ऊपर आरोप लगा कि उन्होंने नई दिल्ली जिले में लागू धारा 144 का उल्लंघन करते हुए बिना इजाजत कुशक रोड पर प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि कुशक रोड पर कोठी नंबर 19 में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का आवास है। दिल्ली पुलिस ने धारा 188 के तहत इन सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। NSUI के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए जंतर-मंतर पर भी जोरदार प्रदर्शन किया था।
NEET Paper Leak Case : आरोपी अनुराग यादव ने किया बड़ा खुलासा

वहीं, इस मामले में आज एक बड़ा खुलासा भी हुआ है। आरोपी अनुराग यादव का पेपर लीक को लेकर कुबूलनामा सामने आया है। आरोपी अनुराग ने पुलिस को दिए अपने बयान में कहा है कि जो प्रश्न पत्र लीक हुआ, वहीं प्रश्न एग्जाम में भी आए।
आरोपी छात्र ने यह दावा किया कि उसके पास प्रश्न पत्र एक दिन पहले ही आ गया था। अनुराग का यह भी कहना था कि प्रश्नपत्र की यह सेटिंग उनके फूफा ने करवाई थी। साथ ही उन्होंने ने ही उसे कोटा से पटना बुलवाया था। अनुराग ने कबूल किया कि परीक्षा से एक रात पहले उसे हर प्रश्न का उत्तर रटवाया गया था। आगे आरोपी अनुराग ने कहा कि परीक्षा के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।