Raebareli: रायबरेली में कानून का राज है या सिर्फ दिखावा? यह सवाल उठ रहा है क्योंकि यहां आम नागरिकों को नियमों का पालन करने के लिए चालान किया जा रहा है, जबकि मजिस्ट्रेट की गाड़ी बीच रोड पर खड़ी है।
हाल ही में रायबरेली कोतवाली पुलिस ने शहर में वाहन चेकिंग अभियान चलाया। (Raebareli) इस दौरान कई वाहनों के चालान किए गए, जिनमें आम नागरिकों के अलावा कुछ सरकारी अधिकारियों के वाहन भी शामिल थे।
Raebareli
लेकिन एक चौंकाने वाली बात यह देखने को मिली कि कोतवाली पुलिस ने एक मजिस्ट्रेट की गाड़ी का चालान करने से इनकार कर दिया। (Raebareli) यह गाड़ी बीच रोड पर खड़ी थी, लेकिन पुलिस ने इसे कोई कार्रवाई नहीं की।
यह घटना दोहरा मापदंड का एक उदाहरण है। (Raebareli) आम नागरिकों को नियमों का पालन करने के लिए चालान किया जा रहा है, लेकिन मजिस्ट्रेट के लिए नियम नहीं हैं।
इस घटना से लोगों में आक्रोश है। वे सवाल कर रहे हैं कि क्या यह नियम कानून केवल आम नागरिकों के लिए है या इन साहबों के लिए भी लागू होता है?
इस मामले पर पुलिस और प्रशासन को स्पष्टीकरण देना चाहिए। उन्हें बताना चाहिए कि क्या मजिस्ट्रेट के वाहनों के लिए नियमों का पालन करना अनिवार्य नहीं है।
अगर ऐसा है तो यह एक गंभीर समस्या है। यह लोगों में कानून व्यवस्था के प्रति विश्वास को कम करेगा।