सिक्किम बाढ़ : मुख्य बिंदु:
- सिक्किम में तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ ने 25,000 से अधिक लोगों को प्रभावित किया है, जिसमें 142 लोग लापता हैं और 56 लोगों की मौत हो चुकी है.
- बाढ़ से 1,200 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और 13 पुल बह गए हैं.
- उत्तरी सिक्किम में फंसे लगभग 3,000 पर्यटकों को निकालने के लिए हवाई बचाव अभियान जारी है.
- मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा.
- केंद्रीय टीम नुकसान का आकलन करेगी.
विस्तृत विवरण:
सिक्किम में तीस्ता नदी में अचानक आई बाढ़ से चार दिन बाद भी मलबे और कीचड़ में शव मिलने का सिलसिला जारी है. सिक्किम बाढ़ में अब तक 56 शव बरामद किए गए हैं, जिनमें पश्चिम बंगाल में 30 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं. सेना के 22 जवान लापता हुए थे, इनमें 7 के शव बरामद कर लिए गए हैं.
राज्य में चार दिन से 3 हजार पर्यटक फंसे हैं. खराब मौसम के कारण हवाई बचाव अभियान में बाधा आ रही है. शुक्रवार को वायुसेना ने एमआई-17 हेलिकॉप्टर्स से ऑपरेशन चलाने के कई प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली.
मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने मृतकों के परिवारों के लिए 4 लाख रुपये का मुआवजा देने और शिविरों में रुके लोगों के लिए 2,000 रुपये की तत्काल राहत की घोषणा की है.
गृह मंत्रालय ने एक केंद्रीय टीम का भी गठन किया है, जो ग्लेशियल लेक आउटबर्स्ट फ्लड (जीएलओएफ), बादल फटने के कारण हुए नुकसान का आकलन करेगी. इसके लिए जल्द ही सिक्किम के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी.
सिक्किम बाढ़ : अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण
सिक्किम बाढ़ ने भारत के पड़ोसी देशों में भी चिंता पैदा कर दी है. नेपाल, भूटान और बांग्लादेश ने सिक्किम को राहत और बचाव में मदद की पेशकश की है.
सिक्किम बाढ़ : भविष्य की संभावनाएं
सिक्किम बाढ़ से हुए नुकसान का आकलन अभी भी किया जा रहा है. हालांकि, यह स्पष्ट है कि यह आपदा राज्य के लिए एक बड़ी चुनौती है. राहत और बचाव कार्यों को जारी रखने के साथ-साथ, राज्य को पुनर्निर्माण और पुनर्वास के लिए योजना बनाने की आवश्यकता होगी.