Sitapur: जहांगीराबाद (सीतापुर) अभी कुछ ही दिन पहले नालियों और बरसात के पानी को निकालने के लिए बिसवां विकास खण्ड एवं तहसील अन्तर्गत जहांगीराबाद में चौराहे पर स्थित पुलिया तक सड़क के दोनों ओर नाला बनवाये गये थे जो शुरू से ही मानक के विपरीत बना कर इतिश्री कर दी गई थी। (Sitapur) नालों का निर्माण गलत तरीके से मानक विहीन कराये जाने से यह नाले कूड़ा करकट से पट कर बंद हो चुके हैं। जिसके बारे में पहले भी कई समाचार पत्रों में प्रमुखता से खबर भी प्रकाशित की गयी थी लेकिन ठेकेदारों द्वारा सांठगांठ कर पीडब्ल्यूडी के उच्चाधिकारियों से मिलकर उस जांच को दबाव दिया और दुकानदार और गृहस्वामियों के विरोध के बावजूद ठेकेदार द्वारा मानक विहीन नाला बना कर कार्य समाप्त कर दिया गया।
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मानक विहीन नाला बनाते समय ग्राम वासियों ने कई बार ठेकेदार और क्षेत्रीय अवर अभियंता पीडब्ल्यूडी जग प्रसाद से शिकायत भी की थी लेकिन फिर भी नाला बन कर तैय्यार करा दिया गया। सड़क के पश्चिमी किनारे पर बने नाले में नाले की दीवारों में पूरी सरिया नहीं डाली गयी हैं तथा पत्थर डालकर बंद भी नहीं किया गया है। (Sitapur) धन का खूब बंदरबांट किया गया है। टैम्पो स्टैंड के निकट से एक रास्ता श्री बालाजी प्लाईवुड फैक्ट्री व मदरसा इस्लामिया दायरतुल मआरिफ होते हुए मजरा गांव दानपुरवा तक गया है। इस रास्ते पर होकर प्रतिदिन दिन-रात सैकड़ों मजदूरों, मदरसे में पढ़ने जाने वाले बच्चों, इन्हें पढ़ाने वाले मौलवियों और हाफिजों, नमाजियों व अभिभावकों तथा दर्जनों ग्राम वासियों का आना जाना रहता है क्योंकि यही रास्ता दानपुरवा गांव का सीधा और प्रमुख रास्ता है लेकिन नाला के लगातार रिसने से रास्ते पर गंदा पानी व कीचड़ भरा रहा है।नाले का गंदा पानी भरा होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इस बारे में ग्रामीणों ने कई बार ग्राम प्रधान से शिकायत भी की लेकिन उन्होंने भी आजतक ध्यान नहीं दिया। वह कहते हैं कि नाला पीडब्ल्यूडी वालों ने बनवाया था वही इसे ठीक कराएंगे। नाला ज्यादातर भरा हुआ है जिससे भारी वाहनों के निकलने से नाला रिसने लगा है और गंदा पानी लगातार भारी मात्रा में रास्ते पर भरा हुआ है जिसे तुरन्त सही कराये जाने की आवश्यकता है नहीं तो पानी और अधिक भरने से इस भयंकर गर्मी में संक्रामक रोगों के फैलने से कोई रोक नहीं सकेगा।
मदरसा के सदर मौलाना इस्लामुल हक जहांगीराबादी (मौलाना इस्लाम) ने बताया कि विद्यालय में लगभग 400 बच्चे हैं तथा मस्जिद भी है। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों और नमाज पढ़ने जाने वाले लोगों को इसी गंदे पानी में होकर निकलना पड़ रहा है। (Sitapur) मदरसा के पूरब रास्ते पर दसियों साल से गंदा पानी भरा है जिससे वह भी रास्ता बंद है। बच्चे कई बार फिसलकर गिर भी चुके हैं। दानपुरवा के वासियों को घर जाने के लिए एक किलोमीटर का चक्कर काट कर अपने घर आना पड़ता है।
इस सम्बन्ध में प्रधान प्रतिनिधि मुनीर अहमद अंसारी ने कहा कि नाला को तमाम लोगों ने अपने घरों और दुकानों के सामने निकलने के लिये पाट लिया है (Sitapur) जिससे पानी की निकासी सही तरीके से नहीं हो पा रही है जिससे पानी नाले से निकल कर रास्ते पर भर रहा है।इस समस्या को जल्द ही दूर करा दिया जायेगा।
ग्राम विकास अधिकारी हरिओम श्रीवास्तव ने बताया कि मुझे जानकारी हुई है। (Sitapur) दोनों ओर के नाले पत्थर न पड़े होने से कई जगहों पर कूड़ा करकट से पट गये हैं जिनकी सफाई कराने के लिये छोटी जेसीबी मशीन बिसवां नगर पालिका से लाने की बात चल रही है जल्द ही नालों की सफाई करा दी जायेगी।
जे०ई० पीडब्ल्यूडी जग प्रसाद ने बताया कि आसपास के वासियों ने नाले को पाटकर बंद कर दिया है। जब पानी का दबाव पुलिया से निकले नाले में बढ़ता है तो पानी उल्टी दिशा में बहने लगता है। रास्ते पर पानी भरने की बात की जानकारी हुई है। जल्द ही मौके पर जाकर इस समस्या का समाधान कराया जायेगा जिससे लोगों को आवागमन में असुविधा न हो।