UP News: उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की मान्यता रद्द करने की मांग की है। उन्होंने एक पत्र लिखकर विश्वविद्यालय पर कई आरोप लगाए हैं।
गुर्जर ने पत्र में कहा है कि AMU में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में मुस्लिम छात्रों को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, जबकि हिंदू छात्रों के साथ भेदभाव किया जाता है। (UP News) उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि विश्वविद्यालय में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
गुर्जर ने कहा कि AMU एक सरकारी विश्वविद्यालय है और इसे सभी धर्मों के छात्रों के लिए समान रूप से खुला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय में सांप्रदायिकता को बढ़ावा देने से देश की एकता और अखंडता को खतरा है।
गुर्जर की मांग पर AMU प्रशासन ने कहा है कि यह एक निराधार आरोप है। प्रशासन ने कहा कि विश्वविद्यालय सभी धर्मों के छात्रों के लिए समान रूप से खुला है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में किसी भी तरह की सांप्रदायिक या आतंकवादी गतिविधि नहीं होती है।
UP News: क्या है मामला?
विश्वविद्यालय में सांप्रदायिकता को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मुस्लिम छात्रों को विशेष सुविधाएं दी जाती हैं, जबकि हिंदू छात्रों के साथ भेदभाव किया जाता है।
विश्वविद्यालय में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
गुर्जर के इन आरोपों का AMU प्रशासन ने खंडन किया है। प्रशासन ने कहा है कि विश्वविद्यालय सभी धर्मों के छात्रों के लिए समान रूप से खुला है। उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय में किसी भी तरह की सांप्रदायिक या आतंकवादी गतिविधि नहीं होती है।
क्या हो सकता है आगे?
गुर्जर की मांग पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद क्या निर्णय लेते हैं, यह देखना होगा। यदि राष्ट्रपति उनकी मांग को स्वीकार करते हैं, तो यह AMU के लिए एक बड़ा झटका होगा।